जीवन |
दि ग्रेट मराठा |
2 |
चारोळी... ४ओळी |
दि ग्रेट मराठा |
5 |
प्रेमाचा झुला |
यश पालकर |
4 |
मिठीत कळी उमलली |
पाषाणभेद |
5 |
असा मी तसा मी भाग-२ |
अविनाश खेडकर |
7 |
असा मी तसा मी-१ |
अविनाश खेडकर |
9 |
तिचा नवरा -१ |
सन्जोप राव |
17 |
बिगारी |
पाषाणभेद |
1 |
शब्द |
पाषाणभेद |
2 |
मन |
गार्गी_नचिकेत |
1 |
आग्निपरीक्षा |
गार्गी_नचिकेत |
6 |
एक स्वप्न आहे |
यश पालकर |
4 |
४. कोवळे झुंबर |
गणेशा |
20 |
...खरच जमलंय !! |
फिझा |
6 |
चांदण्यात फिरतांना..... |
विनीता देशपांडे |
3 |
चुकीचे हिशेब |
यश पालकर |
10 |
अस्तित्व दान केले |
गंगाधर मुटे |
5 |
युगलगीतः आज पाहणार आहे |
पाषाणभेद |
0 |
साई - |
विदेश |
4 |
देवळातला देव भिकारी |
पाषाणभेद |
4 |
जखम |
जयवी |
10 |
ससे आणि जादुगार - |
विदेश |
8 |
विंचवाचे वर्हाड |
धनंजय |
42 |
क्षण एक पुरे जगण्यास खरा |
गंगाधर मुटे |
6 |
पाणी अन् माती |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
7 |
सूर्य कुडकुडतोय आभाळात ..!! |
प्रकाश१११ |
4 |
आपण |
यश पालकर |
5 |
ती वाट |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
8 |
वारकरी होऊ - |
विदेश |
3 |
हातपंप |
पाषाणभेद |
19 |
शब्द ..!! |
प्रकाश१११ |
8 |
मैत्री…… |
विनीता देशपांडे |
5 |
काही दिवसच असे असतात |
सोनल कर्णिक वायकुळ |
10 |
हल्ली मी लिहीतच नाही ..... |
फिझा |
14 |
चारुकेशी |
पेशवा |
0 |
जातकुळी |
पेशवा |
0 |
जखम |
अमोल मेंढे |
0 |
दोनुली-नदीचा काठ |
विनीता देशपांडे |
2 |
शाप आदीमायाशक्तीचा......! |
गंगाधर मुटे |
1 |
दोनुली - प्रश्न |
विनीता देशपांडे |
1 |
दोनुली- पायवाट |
विनीता देशपांडे |
4 |
पहाटे पहाटे फिरायला ...!! |
प्रकाश१११ |
4 |
ओल |
उदय सप्रे |
1 |
स्वगत |
विनीता देशपांडे |
2 |
गजरा (३) |
फिझा |
1 |
दूर गाव माझा |
भास्कर केन्डे |
4 |
..उरला पलाश आता |
राघव |
8 |
महागाई.. महागाई .. |
विदेश |
0 |
चपराक |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
4 |
कविता |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
6 |
गजरा (2) |
फिझा |
1 |
आरास रास |
अज्ञातकुल |
1 |
गजरा...!!! |
फिझा |
4 |
सुट्टी संपली - |
विदेश |
0 |
अर्पणपत्रिका |
राजघराणं |
1 |
(सौंदर्याचे प्रौक्षण करुनि) |
मेघवेडा |
11 |
नातं |
दत्ता काळे |
6 |
दोन बडबडगीते |
पाषाणभेद |
9 |
मांगल्याचे औक्षण करूनी.. |
प्राजु |
11 |
आली आली दीवाळी आली................ |
लीलाधर |
7 |
बागेमधला फेरफटका - |
विदेश |
0 |
ते शिंकले तरीही.....! |
गंगाधर मुटे |
1 |
तुझ्यविना आज.....!!! |
फिझा |
3 |
महत्त्वाकांक्षेचे रॉकेट .. |
निमिष सोनार |
1 |
तयार करा हिरवं पान |
पाषाणभेद |
2 |
चला कॅरावके शिकुया...! |
गंगाधर मुटे |
8 |
प्रवास ..... |
फिझा |
5 |
गोष्ट |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
6 |
शप्पत तो देखील भिजला होता....!! |
प्रकाश१११ |
5 |
चला छतावर |
पाषाणभेद |
7 |