बग आली माझ्या कोडा |
पाषाणभेद |
14 |
हसरतें..! |
राघव |
3 |
बेतुक्याचे चर्हाट..... |
कर्नलतपस्वी |
5 |
प्रश्नाच्या उत्तरातल्या प्रश्नाचं उत्तर.. |
प्राची अश्विनी |
3 |
जुनेरलं नातं... |
प्राची अश्विनी |
14 |
कॉफी... |
प्राची अश्विनी |
12 |
जुनेरलं नातं...निरोपाची वेळं-दुसरी बाजू |
कर्नलतपस्वी |
3 |
बाँड आणि बांध |
कुमार जावडेकर |
4 |
नवी ईमारतीतील अडगळ निवारण |
माहितगार |
20 |
जुनेरलं नातं...निरोपाची वेळं |
कर्नलतपस्वी |
8 |
डासबोध |
रम्या |
24 |
सांज |
कुमार जावडेकर |
2 |
जरांगे निघाले.,,,, |
बाजीगर |
29 |
टुकार कविता: मामीचे गाणे |
विवेकपटाईत |
3 |
(अ)निती-श चे अभंग |
बाजीगर |
3 |
ज्योत |
अनन्त्_यात्री |
4 |
देव |
सागरसाथी |
3 |
फरार... |
बाजीगर |
1 |
भरजरी |
अनन्त्_यात्री |
0 |
पीळ |
अनन्त्_यात्री |
4 |
'माल' वून टाक 'दीवज' (विडंबन) |
बाजीगर |
3 |
सुटलेला डाव ! |
अत्रुप्त आत्मा |
6 |
योद्धा |
कर्नलतपस्वी |
6 |
तो मुशाफर |
अनन्त्_यात्री |
3 |
मोकलाया दाहि दिश्या |
सतिश |
309 |
काॅफी पिऊन आले... |
प्राची अश्विनी |
40 |
पावसाचं वय.... |
कर्नलतपस्वी |
21 |
क्षितिजाचे कुंपण |
कर्नलतपस्वी |
5 |
सख्या रे.. |
प्राची अश्विनी |
31 |
वाटले नव्हते कधी |
नाहिद नालबंद |
11 |
पाहू |
नाहिद नालबंद |
4 |
शुभ दिपावली |
सागरसाथी |
4 |
(पाट्या) :/ |
प्रा.डॉ.दिलीप बिरुटे |
13 |
इलाज नाही |
सागरसाथी |
2 |
सृष्टी माया |
Bhakti |
5 |
दसरा की शिमगा |
बाजीगर |
0 |
अस्तित्व... |
अंकुश चव्हाण |
20 |
प्रयोजनाविण दिवा एकटा . .......... मरण न येण्याची स्थिती |
सागरलहरी |
12 |
शाळा |
अमोल केळकर |
7 |
भोग |
अवतार |
5 |
प्रीतमाळ |
चांदणशेला |
5 |
(कावळ्यांची फिर्याद-३) |
कर्नलतपस्वी |
12 |
(श्रीगणेश लेखमाला २०२३ - आर्टिफिशियल इंटेलिजन्स अर्थात कृत्रिम बुद्धिमत्ता) |
कर्नलतपस्वी |
5 |
....किचनमधुनि मला उचलुनि आत धन्याने नेले....(प्रौढांसाठी :) ) |
कानडाऊ योगेशु |
31 |
दोन ओळींची कविता,...... |
कर्नलतपस्वी |
6 |
हुकलेली संधी |
धोंडोपंत |
44 |
(वास्तव किचन) |
अहिरावण |
7 |
हाक |
चांदणशेला |
0 |
कावळ्यांची फिर्याद -२ |
कर्नलतपस्वी |
3 |
और तुम्हारे कंधे का तील.. |
प्राची अश्विनी |
15 |
चांद्रयान तीन......स्वप्न पूर्ण जाहले |
कर्नलतपस्वी |
14 |
सखे ... |
प्रसाद गोडबोले |
29 |
चांद्रयान ३ |
कर्नलतपस्वी |
10 |
जेव्हा त्याची नि माझी चोरून भेट झाली |
बाजीगर |
3 |
हे सुरांनो चंद्र व्हा |
बाजीगर |
4 |
खेळीया शब्दांचा |
कर्नलतपस्वी |
10 |
शपथ |
मी-दिपाली |
6 |
एका अपरिमेयाचं मुक्तसुनीत |
राजेश घासकडवी |
36 |
आयुष्य |
सागरसाथी |
11 |
घाटरस्ता, निसर्ग आणि मी |
चांदणे संदीप |
12 |
आठवणी |
अत्रुप्त आत्मा |
14 |
'बाट्या' (पुणेकर झालेल्या इंदोरकराची व्यथा) |
चित्रगुप्त |
43 |
स्वतःचे खरे रूप . |
अत्रुप्त आत्मा |
11 |
दाराआडची चमेलीबाई ( आणि ती सटवी रोहिंगीण) |
चित्रगुप्त |
14 |
वाट्या.. |
गवि |
22 |
राधा.. |
चक्कर_बंडा |
2 |
निरोपाच्या क्षणी . . … |
सौन्दर्य |
7 |
कलंक |
बाजीगर |
2 |
निरोप |
चलत मुसाफिर |
17 |
विसरु नकोस नाते |
सागरसाथी |
16 |