मैत्री……

विनीता देशपांडे's picture
विनीता देशपांडे in जे न देखे रवी...
9 Nov 2011 - 9:47 am

कधी गुंतलेले,कधी गुंफलेले
मनामधे खोल रुतलेले
अधे मधे न उमगणारे.......मैत्रीचे नाते
कधी अव्यक्त्,कधी अवास्तव
तरीही शाश्वत अन विश्वस्त
अधे मधे निशब्द...........मैत्रीचे नाते
कधी बेभान्,कधी बेधुंद
निसटलेला तोल सावरणारे
अधे मधे अलिप्त..............मैत्रीचे नाते
कधी पाण्यात, कधी आरश्यात
प्रतिबिंबासारखे अधर
दुधसागरासारखे शुभ्र........मैत्रीचे नाते

( विनीता देशपांडे)

कविता

प्रतिक्रिया

सुहास झेले's picture

9 Nov 2011 - 10:23 am | सुहास झेले

कधी पाण्यात, कधी आरश्यात
प्रतिबिंबासारखे अधर
दुधसागरासारखे शुभ्र........मैत्रीचे नाते

मिसळलेला काव्यप्रेमी's picture

9 Nov 2011 - 10:47 am | मिसळलेला काव्यप्रेमी

कधी पाण्यात, कधी आरश्यात
प्रतिबिंबासारखे अधर
दुधसागरासारखे शुभ्र........मैत्रीचे नाते

अफाट!! __/\__

विदेश's picture

9 Nov 2011 - 3:25 pm | विदेश

कविता आवडली .

मदनबाण's picture

9 Nov 2011 - 3:30 pm | मदनबाण

कविता आवडली. :)

पैसा's picture

9 Nov 2011 - 10:48 pm | पैसा

कविता आवडली.