कोण म्हणाले |
विजुभाऊ |
5 |
लिलाव.....! |
विशाल कुलकर्णी |
7 |
जखम |
स्वप्नयोगी |
5 |
मौन तुझे |
क्रान्ति |
6 |
(काळजी) |
चतुरंग |
6 |
अर्थ |
स्वप्नयोगी |
4 |
नयनी तुझ्या |
ऋषिकेश |
13 |
जमा खर्च |
विशाल कुलकर्णी |
4 |
खेळ मनाचा |
जयवी |
10 |
यावा अशात साजण |
जयवी |
12 |
असा फिरे |
क्रान्ति |
9 |
खेड्यातला आणि शहरी मुलगा |
पाषाणभेद |
22 |
(Bore-kuting हा माझा छंद आहे) |
मराठमोळा |
5 |
नजरा!! |
प्राजु |
40 |
जवाबः शहरातला आणि खेड्यातला मुलगा |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
41 |
(जुलाब) |
पाषाणभेद |
2 |
orkuting हा माझा छ॑द आहे |
स्वप्निल मन |
3 |
(झांज वाजवली) |
कपिल काळे |
18 |
क्षितिज |
स्वप्नयोगी |
0 |
गजरा..... |
उदय सप्रे |
4 |
वेगळाच आहे पाऊस आज |
ओंकार देशमुख |
1 |
यातना |
स्वप्नयोगी |
0 |
बेणारे |
शरदिनी |
14 |
कविता |
स्वप्नयोगी |
3 |
चालुकेश्या |
केशवसुमार |
17 |
जेवणा..शा |
विजुभाऊ |
8 |
सांगता..... |
उदय सप्रे |
3 |
काही क्षण. |
जागु |
6 |
झाला तो सत्वर, मॅनेजर! |
चतुरंग |
23 |
वडील |
बहुगुणी |
19 |
कळ्या |
स्वप्नयोगी |
3 |
चुकले का हो ? |
मूखदूर्बळ |
1 |
निरिक्षणाशा ... |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
28 |
एका आय सी यू तली आठवण |
शरदिनी |
14 |
घोरपड |
शरदिनी |
7 |
कसाब काल म्हणाला अजुन मी बाल रे ' |
ग्रीष्म |
0 |
श्रेय |
स्वप्नयोगी |
0 |
एक खट्याळ त्रिवेणी |
लिखाळ |
22 |
ओझं |
स्वप्नयोगी |
0 |
( णडू णको ) |
टारझन |
20 |
काव्य |
स्वप्नयोगी |
0 |
तुझ्या जगात कधी असेन मी,नसेन मी... |
नवाब अमोल |
0 |
सोबत |
जागु |
8 |
(प्रश्न) |
परिकथेतील राजकुमार |
21 |
(सोडू नको) |
चतुरंग |
22 |
जाग |
स्वप्नयोगी |
1 |
(प्रतिबिंब ) |
विजुभाऊ |
3 |
प्रतिसाद |
श्रीकृष्ण सामंत |
3 |
आकर्षण |
जागु |
9 |
एकाकी |
स्वप्नयोगी |
10 |
मन माझं..!! |
प्राजु |
26 |
उरलेला गतकाल |
जागु |
14 |
जास्वंद |
वडापाव |
4 |
पाऊलखुणा |
स्वप्नयोगी |
2 |
एका बेसावध क्षणी |
क्रान्ति |
18 |
बिंदू |
मनीषा |
12 |
लपाछपी |
स्वप्नयोगी |
3 |
ती आणि तो . |
जागु |
7 |
आरती पालीच्या बल्लाळेश्वराची |
पाषाणभेद |
19 |
वर्णन |
पाषाणभेद |
8 |
आठवण |
स्वप्नयोगी |
2 |
प्रतिसाद |
विजुभाऊ |
13 |
माय......... |
उमेश__ |
8 |
आई |
मराठमोळा |
11 |
गुलाब |
स्वप्नयोगी |
10 |
निसर्गचित्र ( गिरीभ्रमणाच्या वाटेवर ) |
दत्ता काळे |
11 |
II बुद्ध वंदना II |
चन्द्रशेखर गोखले |
5 |
उशीर..... |
उदय सप्रे |
2 |
सांज स्वीकारली |
क्रान्ति |
25 |
कुठवर पाहू तुझी मी वाट |
पाषाणभेद |
5 |