नवे लेखन
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मिसळपाव.कॉमवर प्रकाशित झालेले सर्व प्रकारचे नवीन साहित्य येथे बघता येईल.
प्रकार | लेख | लेखक | प्रतिक्रिया |
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जे न देखे रवी... | मला पिस्तुल हवं आहे !!!! | चन्द्रशेखर गोखले | 12 |
जे न देखे रवी... | वाट हरवलेल्या काही कविता | फ्रॅक्चर बंड्या | 6 |
जनातलं, मनातलं | आदरार्थी मैत्र... | डॉ.श्रीराम दिवटे | 3 |
जनातलं, मनातलं | क्ष-किरणांच्या शोधाचा वाढदिवस | ३_१४ विक्षिप्त अदिती | 21 |
जे न देखे रवी... | पुन्हा दिवाळी.. | प्राजु | 11 |
जनातलं, मनातलं | मुंबैच्या किनारी ओबामा नाचला.. :) | विसोबा खेचर | 8 |
काथ्याकूट | ओबामांचा दौरा - लोकसत्ताचा मस्त आढावा | यकु | 13 |
जनातलं, मनातलं | तबला (आणि शास्त्रीय वाद्यसंगीत) | मूकवाचक | 5 |
जनातलं, मनातलं | २. तबला एकल वादन - वैविध्य | मूकवाचक | 5 |
जनातलं, मनातलं | सहज सुचलं म्हणून....... | अनिल आपटे | 3 |
जनातलं, मनातलं | दिवाळी अंकांतील फराळ | डॉ.श्रीराम दिवटे | 2 |
जनातलं, मनातलं | मराठी संकेतस्थळे व दिवाळी अंक | दशानन | 10 |
काथ्याकूट | हे शक्य आहे का? | प्रमोद सावंत१ | 6 |
जे न देखे रवी... | (पुन्हा दिवाळी) | मेघवेडा | 23 |
कलादालन | ***काही क्षण दिवाळीचे*** | मदनबाण | 17 |
जनातलं, मनातलं | पत्र म्हणजे काळजाचा एक तुकडा ! | मितान | 39 |
जनातलं, मनातलं | १. तबला - तब बोला (बनारस बाज) | मूकवाचक | 4 |
जनातलं, मनातलं | नारायणरावांची पुण्याई!, नितिन देसाईला शुभेच्छा.. | विसोबा खेचर | 25 |
काथ्याकूट | नववर्षदिन ? | पारा | 3 |
जनातलं, मनातलं | ३. तबला (नृत्याची साथ) | मूकवाचक | 0 |
जनातलं, मनातलं | बुरा ना मानो दिवाली है!! | यकु | 18 |
जनातलं, मनातलं | पोलीस राइस | स्पा | 34 |
जे न देखे रवी... | काव्यफुफाटा | मराठमोळा | 12 |
जनातलं, मनातलं | महालक्ष्म्ये॑ च विद्महे | विष्णुपत्न्ये॑ च धीमहि | तन्नो लक्ष्मी: प्रचोदयात || | प्रशु | 24 |
जे न देखे रवी... | दिवाळी पाडवागीत: आज आनंद आसमंतात भरला | पाषाणभेद | 0 |
जे न देखे रवी... | अभंगः विठ्ठल उभा विटेवरी | पाषाणभेद | 3 |
काथ्याकूट | चर्चा दिवाळी अंकाची | उग्रसेन | 15 |
कलादालन | दुचाकीवर चारपायी | सुत्रधार | 25 |
जनातलं, मनातलं | पिम्पळ्पान | जयदेव | 1 |
काथ्याकूट | दर्शन ३ | शरद | 2 |
काथ्याकूट | महिलांसाठी आनंदाची बातमी... | अवलिया | 31 |
काथ्याकूट | एखादे ईमेल आयडी अकाऊंट बंद करायचे असल्यास ते करता येते का? | निमिष सोनार | 9 |
कलादालन | रांगोळी | मृत्युन्जय | 40 |
जनातलं, मनातलं | 50 First Dates आणि गोजिरी | परिकथेतील राजकुमार | 44 |
काथ्याकूट | दोन हिंदुस्तान................................. | गांधीवादी | 34 |
काथ्याकूट | एका तडीपाराची जबानी | यकु | 14 |
जनातलं, मनातलं | ’रेषेवरची अक्षरे २०१० - अंक तिसरा’ | मेघना भुस्कुटे | 13 |
पाककृती | माझा फराळ - ४ चवडे !! | स्पंदना | 13 |
जे न देखे रवी... | (पुन्हा टवाळी) | राजेश घासकडवी | 27 |
जनातलं, मनातलं | एकात्म - ४ | जयंत कुलकर्णी | 7 |
जनातलं, मनातलं | पुस्तकविश्व दिवाळी अंक २०१० | आनंदयात्री | 34 |
जनातलं, मनातलं | लहानपणीच्या ३ गोष्टी | शुचि | 18 |
जनातलं, मनातलं | जागतीक रंगभुमी दिन | रंगकर्मी | 4 |
जनातलं, मनातलं | सावधानतेचा इशारा | प्रमोद सावंत१ | 7 |
विशेष | कृष्णकमळ | चन्द्रशेखर गोखले | 7 |
जे न देखे रवी... | दिवाळी | पारा | 3 |
कलादालन | विनोबा.... | किल्लेदार | 34 |
जनातलं, मनातलं | आली दिवाळी.... | धमाल मुलगा | 54 |
काथ्याकूट | विवाहबाह्य संबंध आणि वैवाहिक स्थैर्य : नवे संशोधन | युयुत्सु | 108 |
जनातलं, मनातलं | एकात्म - ३ | जयंत कुलकर्णी | 8 |
जनातलं, मनातलं | भ्रष्टाचार हाच शिष्टाचार | प्रमोद सावंत१ | 3 |
जनातलं, मनातलं | पाकिस्तानातील पूरग्रस्तांसाठी मदतीचा ओघ का सुरू झाला नाहीं? | सुधीर काळे | 65 |
काथ्याकूट | राज ठाकरेंचे भाषण.. एक विचार.. | पंख | 39 |
जनातलं, मनातलं | पॅट टिलमन : एक शोकांतिका | हुप्प्या | 12 |
काथ्याकूट | सोसायटीचा आदर्श | रणजित चितळे | 15 |
जनातलं, मनातलं | सिमरन... | विसोबा खेचर | 34 |
कलादालन | पट्टडकल्.................... | किल्लेदार | 15 |
काथ्याकूट | मराठी वृत्तवाहिन्यांचे केविलवाणे मराठी.. | पंख | 11 |
काथ्याकूट | WWIEF केप टाऊन नवीन | अनिल सोनुने | 12 |
जनातलं, मनातलं | मूर्तीपूजा - २ | शुचि | 42 |
जे न देखे रवी... | शुभ दिपावली | जयदेव | 1 |
जे न देखे रवी... | ती दिवाळी पण दिवाळी होती | गजानन१८५७ | 0 |
जनातलं, मनातलं | ‘रानमेवा’ काव्यसंग्रह प्रकाशन | गंगाधर मुटे | 26 |
जनातलं, मनातलं | स्वातंत्र्योत्तर भारत | प्रमोद सावंत१ | 4 |
पाककृती | माझा फराळ - ३ अरगट (Lantern Snack) | स्पंदना | 22 |
जनातलं, मनातलं | माझी गरज.... तू | झंम्प्या | 4 |
जनातलं, मनातलं | देहाची तिजोरी | नीधप | 28 |
काथ्याकूट | स्त्रियांना कशा प्रकारचे पुरुष आवडतात? - एक नीरीक्षण | शुचि | 125 |
जनातलं, मनातलं | पन्ख नवे गगन नवे | बद्दु | 0 |
जे न देखे रवी... | वंगणबद्ध | सन्जोप राव | 31 |