हे बुद्धिच्या ईशा |
फुंटी |
2 |
आता मला वाटते भिती |
राजेंद्र देवी |
0 |
गुडगांव |
स्वामी संकेतानंद |
4 |
पाऊस |
bhavana kale |
14 |
उथळ |
तिमा |
9 |
सावली.... |
Jabberwocky |
15 |
त्या दोघी. |
अंतरा आनंद |
46 |
मुन्नी बदनाम हुई |
JAGOMOHANPYARE |
4 |
'राहून गेलेलं काही...' |
एस |
65 |
मनाचा एकांत - रवा आणि खसखस |
शिव कन्या |
18 |
दोस्ता... |
पगला गजोधर |
11 |
स्टँबिलाईझ्ड |
फुंटी |
6 |
बैलांच्या जातीत |
स्वामी संकेतानंद |
5 |
कॅनव्हास |
विश्वेश |
1 |
बेशिस्त |
शैलेन्द्र |
8 |
माझीच मी... |
आनंदमयी |
12 |
"तडफड" की "तोडफोड" |
विशुमित |
4 |
कोण? |
मिसळपाव |
4 |
पावसाची रुपे |
शब्दानुज |
2 |
बरे नाही |
अविनाशकुलकर्णी |
9 |
अर्पिते मी तुला ,जे तुला हवे ते. |
अविनाशकुलकर्णी |
31 |
गोविंदा!... |
दिनेश५७ |
7 |
होऊंदे खर्च |
सुरवंट |
3 |
जेवण |
अविनाशकुलकर्णी |
16 |
मनाचा एकांत - ब्लड |
शिव कन्या |
4 |
रेनफॉरेस्ट |
स्वामी संकेतानंद |
34 |
सुखासन |
शिव कन्या |
18 |
“प्रवास” त्या दोन दिवसांचा,,,,,,,,,,, |
Bhushan chandra... |
2 |
वाट वेगळी तिथेच नक्की झाली |
drsunilahirrao |
2 |
कोणते माझे वतन होते |
drsunilahirrao |
18 |
अज्ञानवाद !! |
दिनेश५७ |
30 |
आयुष्य |
अभिषेक पांचाळ |
1 |
प्रश्न |
इना |
9 |
एक अतूट नातं |
ज्योति अळवणी |
6 |
फेसबुक फेसबुक... |
फुंटी |
8 |
माझ्यासाठी तूच एक असशील ना ? |
आदिती @ |
2 |
गोदो आला गोदो आला |
स्वामी संकेतानंद |
31 |
माझ्यासाठी तूच एक असशील ना ? |
आदिती @ |
2 |
मोबाईलच्या देवा तुला..... |
विप्लव |
15 |
गेम = डुआयडी |
महासंग्राम |
10 |
गेम |
लालगरूड |
13 |
मैत्र झुलवून बघ |
गंगाधर मुटे |
17 |
चंद्र चांदण्या समुद्र पाऊस |
रातराणी |
23 |
विस्फोट |
योगेश कोकरे |
5 |
प्रेम |
ज्योति अळवणी |
2 |
स्वगत... |
फुंटी |
12 |
पुन्हा पाऊस |
विश्वेश |
8 |
क्षण... |
राघव |
9 |
माझ्या मनाचे कपाट.... |
फुंटी |
19 |
आठवण |
Bhagyashri sati... |
11 |
खादाडरावांची झाली फजिती |
विप्लव |
8 |
असतं |
ज्योति अळवणी |
8 |
रिस्क - तळीराम |
चतुरंग |
27 |
(*गणे कसेच होते) |
स्पा |
25 |
जगणे...! |
अत्रुप्त आत्मा |
35 |
परतून ये तू घरी |
गंगाधर मुटे |
20 |
ग टा री... |
दिनेश५७ |
4 |
खड्डारी |
फुंटी |
2 |
अस्वस्थामा... |
दिनेश५७ |
9 |
जागली स्पंदने नवी नवी |
रातराणी |
31 |
झाकलेले सत्य |
माहीराज |
3 |
रिमझिम रिमझिम |
सुधीरन |
4 |
फिलिंग आवसमला |
फुंटी |
26 |
नाते |
ज्योति अळवणी |
5 |
शेतकऱ्याच्या तळतळाटानेच तुमचं स्टेज पेटलं |
गणेश उमाजी पाजवे |
81 |
मी बी काय तरी लिहीन म्हणतो : औरंगाबाद तडका. ;) |
प्रा.डॉ.दिलीप बिरुटे |
67 |
( मी बी पिरेम करीन म्हनतो ) : टपोरी तडका |
नीलमोहर |
24 |
वयम् अपि कवय:॥ |
सूड |
47 |
वात्रटिका - आजचा कवी |
विवेकपटाईत |
4 |
( मी बी पिरेम करीन म्हनते ) : प्रेमळ तडका |
नीलमोहर |
9 |