drsunilahirrao in जे न देखे रवी... 11 Aug 2016 - 7:21 pm रोज थोडे उत्खनन होते ऱोज नात्याचे पतन होते आळ हा गंभीरही नाही पण चरित्राचे हनन होते दोष वणव्याला कसा द्यावा जर इथे गाफील वन होते कोणत्या दुनियेत मी आलो कोणते माझे वतन होते कोठल्या मातीतुनी येते जिंदगी कोठे दफन होते डॉ.सुनील अहिरराव gajhalgazalमराठी गझलहे ठिकाणकवितागझल प्रतिक्रिया व्वा! 11 Aug 2016 - 11:58 pm | चांदणे संदीप कमाल! बहोत खूब डॉ. साब!! Sandy धन्यवाद,चांदणे संदीप! 12 Aug 2016 - 11:25 am | drsunilahirrao धन्यवाद,चांदणे संदीप! मस्तं! 12 Aug 2016 - 11:35 am | अनुप ढेरे मस्तं! छान 12 Aug 2016 - 2:55 pm | मुक्त छान आवडली 13 Aug 2016 - 10:31 am | विवेकपटाईत आवडली छान आहे कविता. आवडली. 13 Aug 2016 - 12:07 pm | सतिश गावडे छान आहे कविता. आवडली. नाही जमली मला 13 Aug 2016 - 2:29 pm | ज्योति अळवणी नाही जमली मला छान काळजाला भिडली 13 Aug 2016 - 11:02 pm | लालगरूड छान काळजाला भिडली अनुप ढेरे,मुक्त,विवेक पटाईत 14 Aug 2016 - 9:31 am | drsunilahirrao अनुप ढेरे,मुक्त,विवेक पटाईत,सतिश गावडे,ज्योति अलवनि,लालगरुड, खूप खूप धन्यवाद __/\__ खूप छान 14 Aug 2016 - 2:23 pm | Bhagyashri sati... अगदी मनापासुन खूप आवडली तुमची कविता :) धन्यवाद :) 15 Aug 2016 - 9:41 am | drsunilahirrao धन्यवाद :) विडंबनाचे 14 Aug 2016 - 3:43 pm | कपिलमुनी विडंबनाचे फुल्ल पोंटेंशियल आहे कोणते माझे वजन होते :) व्हाय डोन्च्यु ट्राय अ "कोणते 14 Aug 2016 - 5:43 pm | अभ्या.. व्हाय डोन्च्यु ट्राय अ "कोणते माझे सरण होते" द लास्ट क्वेश्चन? वाहवा (Y) 15 Aug 2016 - 9:42 am | drsunilahirrao वाहवा (Y) क्या बात ! 15 Aug 2016 - 9:43 am | drsunilahirrao क्या बात ! निश्चितच,धन्यवाद :) 15 Aug 2016 - 9:45 am | drsunilahirrao निश्चितच,धन्यवाद :) :) धन्यवाद 15 Aug 2016 - 9:47 am | drsunilahirrao :) धन्यवाद सॉरी,सगळे प्रतिसाद चुकून एकाच 15 Aug 2016 - 9:59 am | drsunilahirrao सॉरी,सगळे प्रतिसाद चुकून एकाच ठिकाणी पडले आहेत.यातील काही कपिलमुनींसाठी आहेत.
प्रतिक्रिया
11 Aug 2016 - 11:58 pm | चांदणे संदीप
कमाल! बहोत खूब डॉ. साब!!
Sandy
12 Aug 2016 - 11:25 am | drsunilahirrao
धन्यवाद,चांदणे संदीप!
12 Aug 2016 - 11:35 am | अनुप ढेरे
मस्तं!
12 Aug 2016 - 2:55 pm | मुक्त
छान
13 Aug 2016 - 10:31 am | विवेकपटाईत
आवडली
13 Aug 2016 - 12:07 pm | सतिश गावडे
छान आहे कविता. आवडली.
13 Aug 2016 - 2:29 pm | ज्योति अळवणी
नाही जमली मला
13 Aug 2016 - 11:02 pm | लालगरूड
छान काळजाला भिडली
14 Aug 2016 - 9:31 am | drsunilahirrao
अनुप ढेरे,मुक्त,विवेक पटाईत,सतिश गावडे,ज्योति अलवनि,लालगरुड,
खूप खूप धन्यवाद __/\__
14 Aug 2016 - 2:23 pm | Bhagyashri sati...
अगदी मनापासुन खूप आवडली तुमची कविता :)
15 Aug 2016 - 9:41 am | drsunilahirrao
धन्यवाद :)
14 Aug 2016 - 3:43 pm | कपिलमुनी
विडंबनाचे फुल्ल पोंटेंशियल आहे
कोणते माझे वजन होते :)
14 Aug 2016 - 5:43 pm | अभ्या..
व्हाय डोन्च्यु ट्राय अ "कोणते माझे सरण होते" द लास्ट क्वेश्चन?
15 Aug 2016 - 9:42 am | drsunilahirrao
वाहवा (Y)
15 Aug 2016 - 9:43 am | drsunilahirrao
क्या बात !
15 Aug 2016 - 9:45 am | drsunilahirrao
निश्चितच,धन्यवाद :)
15 Aug 2016 - 9:47 am | drsunilahirrao
:) धन्यवाद
15 Aug 2016 - 9:59 am | drsunilahirrao
सॉरी,सगळे प्रतिसाद चुकून एकाच ठिकाणी पडले आहेत.यातील काही कपिलमुनींसाठी आहेत.