नवे लेखन
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मिसळपाव.कॉमवर प्रकाशित झालेले सर्व प्रकारचे नवीन साहित्य येथे बघता येईल.
| प्रकार | लेख | लेखक | प्रतिक्रिया |
|---|---|---|---|
| जनातलं, मनातलं | कवी भुषण कविता क्र. २ | नितिनकरमरकर | 3 |
| जनातलं, मनातलं | फसवणूक-प्रकरण चौथे: "कवड्या!" | सुधीर काळे | 20 |
| काथ्याकूट | उपकरणे भाग – २ - भिंग संच (काम्पौंड लेन्स) | विनायक रानडे | 7 |
| जनातलं, मनातलं | माझे संत्रापुराण | अरुंधती | 22 |
| जनातलं, मनातलं | नंदाच्याई | आपला अभिजित | 11 |
| काथ्याकूट | श्वानत्रस्त विरुद्ध श्वानप्रेमी!!! | निमिष सोनार | 13 |
| जनातलं, मनातलं | सूर्याची सावली... | दिनेश५७ | 2 |
| काथ्याकूट | मराठी ब्लॉग | आनंद घारे | 12 |
| पाककृती | खांडवी | वैशाली हसमनीस | 5 |
| काथ्याकूट | वसई पेटली...... | विकि | 9 |
| जनातलं, मनातलं | कोलाज | क्रान्ति | 1 |
| जनातलं, मनातलं | कवि भुषण यान्ची शिवाजी महाराजान्वरील कविता | नितिनकरमरकर | 2 |
| जनातलं, मनातलं | प्लास्टिक सर्जरी | टारझन | 46 |
| जनातलं, मनातलं | नशीब भाग ५४ व ५५ एकत्रित | विनायक रानडे | 0 |
| काथ्याकूट | ज्या वेळी तुम्हि एकटे असता | अविनाशकुलकर्णी | 9 |
| जनातलं, मनातलं | सचिनची आरती! | मेघवेडा | 13 |
| जनातलं, मनातलं | कवितेची पाककृती २: सदाबहार प्रेमगीते | राजेश घासकडवी | 14 |
| जनातलं, मनातलं | मी नेहमी माझ्या स्टाइल ने लिहितो................एवढंच | मंगेशपावसकर | 5 |
| काथ्याकूट | शब्दार्थ हवा आहे. | अन्या दातार | 25 |
| काथ्याकूट | प्रवीण महाजन यांचे निधन | बाबुराव | 14 |
| जे न देखे रवी... | पंख | sur_nair | 8 |
| जनातलं, मनातलं | जिवधन किल्ला | विनोदबाण़खेले | 8 |
| जनातलं, मनातलं | कवितेची पाककृती १ : जीवदर्शी आशासूक्ते | राजेश घासकडवी | 64 |
| काथ्याकूट | जीवनाश्यक गोष्टी.. | विसोबा खेचर | 26 |
| जनातलं, मनातलं | रेज | विनायक प्रभू | 8 |
| जे न देखे रवी... | माय मराठी | नाद्खुळा | 4 |
| जे न देखे रवी... | कवितक -१ माणूस अशातला - माणूस तशातला | चित्रा | 50 |
| जनातलं, मनातलं | मिसळपाव बंद होणार---- | साईली | 11 |
| काथ्याकूट | मराठी माणूस म्हणजे अशिक्षित, दारूबाज, आळशी, गावठी ???............... का??? | मंगेशपावसकर | 15 |
| जनातलं, मनातलं | ' जाळीदार पान ' | साईली | 15 |
| जनातलं, मनातलं | नवीन मराठी संस्थळ- http://thinkmaharashtra.in/ | रामदास | 6 |
| जे न देखे रवी... | कर्मण्येवाधिकारस्ते . . . | दत्ता काळे | 3 |
| जे न देखे रवी... | समर्थांना पत्र | नाद्खुळा | 0 |
| काथ्याकूट | उपकरणे भाग १ - अस्थप्रग्रा (डिजीटल स्टिल कॅमेरा) | विनायक रानडे | 6 |
| जे न देखे रवी... | चंदनाचे जीवन | moghe | 0 |
| कलादालन | श्रीवर्धन हरिहरेश्वर | Manish Mohile | 6 |
| जनातलं, मनातलं | निरोप - ३ | श्रावण मोडक | 4 |
| पाककृती | एक पौष्टिक आहार्--नाचणी वडी | वैशाली हसमनीस | 1 |
| जनातलं, मनातलं | भिंत | राजेश घासकडवी | 11 |
| कलादालन | नल सरोवर | Manish Mohile | 11 |
| जे न देखे रवी... | बघता बघता | नाद्खुळा | 2 |
| जनातलं, मनातलं | जय भवानी ............. जय शिवाजी......... | विनोदबाण़खेले | 6 |
| जे न देखे रवी... | श्वास | नाद्खुळा | 0 |
| जनातलं, मनातलं | जेवण | पाषाणभेद | 6 |
| जनातलं, मनातलं | गृहप्रवेश | स्मृती | 35 |
| काथ्याकूट | अहो जरा पेन देता का... | साईली | 23 |
| जनातलं, मनातलं | निरोप - २ | श्रावण मोडक | 8 |
| जनातलं, मनातलं | हिवाळी ऑलिंपिक मध्ये देवदास मधील गाण्यांवर आईस डान्स | अश्विनीका | 19 |
| जे न देखे रवी... | फुलांच्या थव्यांनी.. | प्राजु | 18 |
| जनातलं, मनातलं | निरोप - १ | श्रावण मोडक | 11 |
| जे न देखे रवी... | ||इंजिनिअरिंगचे श्लोक|| | चिर्कुट | 3 |
| जनातलं, मनातलं | भुर्जपत्र ते वेबपेज | प्रकाश घाटपांडे | 6 |
| काथ्याकूट | नानाजी देशमुख गेले. | शैलेन्द्र | 10 |
| काथ्याकूट | भैया आला, भैया आला आणि येताना लोनढे घेऊन आला .... | मंगेशपावसकर | 9 |
| काथ्याकूट | चिली मधे भूकंप, त्सुनामीची भीती | मुक्तसुनीत | 37 |
| कलादालन | राजगड... गुंजवणे दरवाज्याने | विमुक्त | 14 |
| जनातलं, मनातलं | फसवणूक-प्रकरण तिसरे: "मृत्यूच्या दरीत" | सुधीर काळे | 10 |
| पाककृती | पायनॅपल कस्टर्ड | साईली | 4 |
| काथ्याकूट | पठडीबाह्य/आवर्जून बघण्यासारखे चित्रपट | अभिरत भिरभि-या | 64 |
| जनातलं, मनातलं | उभ्या उभ्या विनोदः नॉर्थ कॅरोलिना | संदीप चित्रे | 18 |
| कलादालन | मा़झी भटकंती | बज्जु | 5 |
| जे न देखे रवी... | मैत्री | गुपचुप | 5 |
| जे न देखे रवी... | सोहम | वर्षा म्हसकर-नायर | 3 |
| काथ्याकूट | झुंडशाही म्हणजे देशद्रोहच | प्रकाश घाटपांडे | 58 |
| जे न देखे रवी... | प्रेमबन | वर्षा म्हसकर-नायर | 12 |
| काथ्याकूट | एमेफ हुसेनची चित्रे आणि हिंदूंच्या दूखावल्या जाणार्या भावना | युयुत्सु | 53 |
| कलादालन | बाळकृष्ण आणि बाळशिवा खेळत बसले होते............... (काल्पनिक) | मंगेशपावसकर | 2 |
| पाककृती | बटाट्याची भाजी | बबनराव | 31 |
| जनातलं, मनातलं | अरे तुझी टोपी : अरुण कोलटकरांच्या कवितेचं रसग्रहण | राजेश घासकडवी | 28 |
| जे न देखे रवी... | माझे बाबा........... | मंगेशपावसकर | 0 |