ED, ED, आमची ED,
खास १ एप्रिल साठी चॅट जीपीटीच्या सहाय्याने तयार केलेले काव्य
(Verse 1)
अपराधों के खिलाफ, लड़ती है हमारी ED,
आर्थिक अपराधों का, करती है नियंत्रण।
कानून की रक्षा, है उसका कर्तव्य,
जनता की सुरक्षा, है उसका धर्म।
(Chorus)
ED, ED, है हमारी ED,
अपराध के खिलाफ, है हमारी जंग।
(Verse 2)
काले धन के खिलाफ, खड़ी है यह सेना,
भ्रष्टाचार की आग में, जलती है यह लेना।
जुर्म के खिलाफ, चलती है यह बड़ी,
सच्चाई के खोज में, लगती है यह प्रयासी।
(Chorus)
ED, ED, है हमारी ED,
अपराध के खिलाफ, है हमारी जंग।