पाण्याचे जगने |
आनंद कांबीकर |
2 |
नागाला दुध पाजण्याची आहे आपली रिती |
विवेकपटाईत |
28 |
तू कुणाचा... |
आनंदमयी |
7 |
तेव्हा तू कुठं होता? |
नगरीनिरंजन |
12 |
बालपण |
एकप्रवासी |
0 |
मिटण्याचा हव्यास (विडंबन) |
दमामि |
112 |
चापण्याचा हव्यास |
अरुण मनोहर |
11 |
मिमीक्री करुनी भाषण देतो कुणी |
बाजीगर |
4 |
“रावणदहनाच्या” हार्दिक शुभेच्छा...! |
गंगाधर मुटे |
10 |
सेहेवागी पोवाडा |
अत्रुप्त आत्मा |
63 |
तुझ्या आठवणीत. .. |
माहीराज |
1 |
शब्दात नाही गुंतायचं! |
ज्योति अळवणी |
3 |
चारचा चहा |
शिव कन्या |
21 |
चालत राहू...... |
शिव कन्या |
21 |
चकती वाचे |
निनाद |
17 |
भुकेल वासरू |
माहीराज |
16 |
मन आंब्याचा मोहोर....! |
प्राजु |
53 |
..अळणी.. |
कानडाऊ योगेशु |
9 |
मिसळपावातील भय |
पाटीलअमित |
32 |
मळली तर वाळवा |
पगला गजोधर |
8 |
कळली तर कळवा |
गंगाधर मुटे |
5 |
<<< आवडून घेतलेलं काही... >>> |
प्यारे१ |
18 |
"हाय"कू |
नाखु |
50 |
माझा गांव.. |
आनंद कांबीकर |
8 |
पटली तर पळवा |
पाटीलअमित |
7 |
(माझी) जाssssssssssssssssssड बाईल |
दमामि |
17 |
मी असा त्या बासरीचा सूर होतो |
बाजीगर |
3 |
ग़म इक चिठ्ठी जिसमें ख़ुशियों का सन्देश |
बाजीगर |
2 |
सोडल्य दह्यात मिश्या ( करून दाखवले ) |
पाटीलअमित |
25 |
शब्द |
नीलमोहर |
3 |
सहाचा वडा |
दमामि |
22 |
( बाराची बिअर ) |
पगला गजोधर |
12 |
ती |
शीतल जोशी |
4 |
एकाकी |
सुमित_सौन्देकर |
11 |
क्रूड ऑईल... |
अत्रुप्त आत्मा |
102 |
माणसांना पालवी नाही .. |
drsunilahirrao |
17 |
ठिकऱ्या |
जव्हेरगंज |
5 |
नका घेऊ गळफास |
गंगाधर मुटे |
5 |
कविता |
समीर_happy go lucky |
2 |
नटरंग |
एच्टूओ |
2 |
नाते |
अमेय६३७७ |
9 |
माझे आकाश... |
बन्या बापु |
6 |
अव्यक्त |
रातराणी |
12 |
माणूस |
सुमित_सौन्देकर |
5 |
देवाचा 'सुपर कंप्युटर' |
समीर_happy go lucky |
12 |
उशीर फार झाला. . |
माहीराज |
1 |
दुष्काळ वणवा |
माहीराज |
3 |
विकावी म्हणतोय लुना… |
चुकलामाकला |
75 |
सुखद श्रावणसरी |
माहीराज |
3 |
माहेराची आटवण येई |
पाषाणभेद |
7 |
माझ्या कविता |
माहीराज |
1 |
एक होती रातराणी |
रातराणी |
22 |
विखुरलेलं चांदणं |
रातराणी |
20 |
।।गंगास्मरण।। ( अर्थात राम तेरी गंगा मैली) |
दमामि |
54 |
दयेच्या छावण्या |
शिव कन्या |
5 |
श्रावण सर |
अविनाशकुलकर्णी |
12 |
स्पर्श |
ज्योति अळवणी |
5 |
ll गंगास्मरण ll |
शिव कन्या |
38 |
एक कविता_व्हॅलेंटाईन डे |
चिमणराव वरवंटे ... |
3 |
"बाई गेली" |
अमेय६३७७ |
51 |
अंबाडा |
चांदणे संदीप |
45 |
प्रतिसाद, वाद वगैरे.... |
दमामि |
28 |
नका हसु. |
अविनाशकुलकर्णी |
5 |
पराजित योद्धा |
विवेकपटाईत |
2 |
आठवण... |
सतिश गावडे |
22 |
गांधीजयंती निमित्त गझल |
चिमणराव वरवंटे ... |
9 |
जुळयांचे नव्हे जुळ(व्)लेले दुखणे |
नाखु |
17 |
भेट... |
अत्रुप्त आत्मा |
64 |
मराठीचे कवतुक |
दिवाकर कुलकर्णी |
1 |
टीव्ही वरची धूळ |
समीर_happy go lucky |
26 |