इडंबन की जय हो...! अत्रुप्त आत्मा in जे न देखे रवी... 29 Mar 2012 - 3:28 pm 3 हास्यकरुणवीररससंस्कृतीकविताविनोदजीवनमानमौजमजा
बंद बनियन बरं-का...! अत्रुप्त आत्मा in जे न देखे रवी... 28 Mar 2012 - 11:15 am 3 हास्यकविताविनोदविडंबन
पाटाला भसा भसा पानी अत्रुप्त आत्मा in जे न देखे रवी... 18 Mar 2012 - 3:49 pm 3 हास्यवावरकविताविनोदजीवनमानमौजमजा