ती |
आर्णव |
2 |
ठिपके |
अनन्त्_यात्री |
9 |
थोतांडवादी |
आनन्दा |
6 |
गुरुघंटाल |
कर्नलतपस्वी |
4 |
तू कितीसा उजेड पाडलास? |
उपयोजक |
6 |
भगवंत.... |
Jayagandha Bhat... |
6 |
मन |
पद्मश्री चित्रे |
14 |
(ठिपसे) |
खेडूत |
2 |
मुर्ख |
कर्नलतपस्वी |
4 |
तोरण मरणाचे |
गणेशा |
9 |
आतल्या आत |
अनन्त्_यात्री |
5 |
असंही व्हॅलेंटाइनचं सेलिब्रेशन... |
मनस्विता |
4 |
मरण... |
Jayagandha Bhat... |
8 |
(आतल्या आत) |
ज्ञानोबाचे पैजार |
5 |
प्रवासी |
आर्णव |
6 |
वार्याने पेटते रान आता हे .. |
गणेशा |
10 |
मुक्त |
सरीवर सरी |
7 |
जेव्हा अदम्य ऐसी |
अनन्त्_यात्री |
7 |
'असेल घडले' आज काही इतिहासात :( |
उपयोजक |
7 |
कविता - कविराज |
Arun V.Deshpande |
1 |
उभा मी वाटेवरती |
चांदणे संदीप |
2 |
कधीतरी |
अनन्त्_यात्री |
5 |
हर दिन नया था हर |
कर्नलतपस्वी |
7 |
हाक आभाळाची येता |
अनन्त्_यात्री |
7 |
माझ काय चुकलं |
कर्नलतपस्वी |
2 |
संकल्प |
कर्नलतपस्वी |
6 |
पाऊस |
रामदास |
21 |
लेखणीने लढाईस सज्ज व्हावे! |
गंगाधर मुटे |
27 |
ताळेबंद |
रामदास |
10 |
एक मुक्तक |
रामदास |
8 |
चकवा |
रामदास |
11 |
मी आणि पुस्तकं |
रामदास |
4 |
तू ठरव... |
सत्यजित... |
13 |
ये जेवण है, इस जेवण का.... |
बाजीगर |
14 |
हाय काय अन् नाय काय! |
प्राची अश्विनी |
7 |
काय आहे तुझ्या ...माझ्यात ??? |
प्रज्ञादीप |
2 |
नुसतं हो म्हटलं म्हणून जुळत नसतं नातं.. |
प्राची अश्विनी |
9 |
यमकं बिमकं, कविता बिविता.. |
प्राची अश्विनी |
30 |
जलाशय |
अन्या बुद्धे |
2 |
काही शब्द |
Bhakti |
5 |
निळ्या टिक दाखवा हो।। |
उपयोजक |
7 |
लाल बदामी प्रेम |
प्रज्ञादीप |
7 |
अवघे भरून आले.. |
राघव |
7 |
चंद्रायण..! |
सत्यजित... |
16 |
लाख चुका असतील केल्या... |
अनन्त्_यात्री |
6 |
मन तुझे-माझे |
मन्या ऽ |
3 |
योगेश्वर... |
Jayagandha Bhat... |
9 |
कुणीतरी... |
Jayagandha Bhat... |
7 |
चालचलाऊ गीता |
क्रान्ति |
57 |
सामान्य माणूस.... |
Jayagandha Bhat... |
2 |
कविता |
VRINDA MOGHE |
1 |
शायरी.. |
अत्रुप्त आत्मा |
7 |
एकमुखाने बोला बोला नमो जयजयगान |
Anonymous (not verified) |
20 |
मजसी भेटवा... |
Jayagandha Bhat... |
4 |
मुसाफिर.. |
Jayagandha Bhat... |
2 |
म सा वी |
चामुंडराय |
7 |
'अरूणाचल पंचरत्नम' (भावानुवाद) |
मूकवाचक |
5 |
मी पाहिलंय... |
आर्णव |
1 |
आरसा |
आर्णव |
1 |
पाऊस |
मका म्हणे |
2 |
व्यथा |
अन्या बुद्धे |
4 |
प्रेम म्हणजे प्रेम म्हणजे ....( आजकालचं) |
प्राची अश्विनी |
26 |
बारमास - हायकू |
मी-दिपाली |
1 |
आत्मारामाची दीपावली..!! |
Jayagandha Bhat... |
2 |
शहाणी मुलगी.... |
प्राची अश्विनी |
14 |
शब्द आणि सूर |
श्रिया सामंत |
1 |
नको सत्ता |
केदार पाटणकर |
3 |
शुभेच्छा देतो की मस्करी करतो? : नागपुरी तडका |
गंगाधर मुटे |
18 |
मिसळ पाव मिसळ पाव |
पाषाणभेद |
16 |
चारोळ्या |
राजा सोवनि |
3 |