खुशाली कळवत राहा ..!! |
फिझा |
17 |
सरळ रस्ता |
मयुरपिंपळे |
41 |
होते स्वतंत्र, मजला...... |
मकरन्दबेहेरे |
4 |
मी गीता व्हावे...... |
मकरन्दबेहेरे |
5 |
काय करावे मन तळमळते ! |
विदेश |
5 |
..उखाणे (काहीच्या बाही).. |
कानडाऊ योगेशु |
24 |
विदेश .....!! [थोडा टाईम पास ] |
प्रकाश१११ |
2 |
माझ्या मना |
पाषाणभेद |
1 |
(प्रार्थना) |
चतुरंग |
56 |
अभंग मुक्तछंद |
यकु |
15 |
सरदार सरदार |
पाषाणभेद |
1 |
गुरफटलेली आसवे |
धनंजय |
13 |
" भारतीय मी, या देशाचा बाळगतो अभिमान ! " |
विदेश |
3 |
<<< यक्षावाणी शापीत जगायचे ..!! >>> |
सुहास.. |
6 |
प्रचंड गारठा |
प्रशांत उदय मनोहर |
12 |
जागेपणी मिटून जायचे ..!! |
प्रकाश१११ |
7 |
नको रे कान्हा |
पाषाणभेद |
5 |
काय सैपाक काय करू मी बाई |
पाषाणभेद |
4 |
वादळ |
ajay wankhede |
2 |
रेखीव |
अज्ञातकुल |
5 |
गजरा (४) .... |
फिझा |
5 |
काळोखातली कासवे |
अत्रुप्त आत्मा |
3 |
मी हुच्चभ्रू |
अन्या दातार |
17 |
" यक्ष प्रश्न " |
रघु सावंत |
1 |
थंडी माघाची |
पाषाणभेद |
8 |
प्रारब्ध |
ajay wankhede |
10 |
"आई" |
अन्नू |
8 |
" शोध तिचा लागेना ...! " |
विदेश |
2 |
(जीव गुंतला) |
गणेशा |
8 |
(सुटलेल्या पोटाची कहाणी) |
यकु |
40 |
आई .. मिटलेला श्वास.. (संपुर्ण) |
गणेशा |
11 |
तो एक लाज-पुत्र |
अत्रुप्त आत्मा |
26 |
प्रेमरस |
चन्द्रशेखर गोखले |
16 |
जीवन |
विदेश |
1 |
झुरळे !! |
प्रकाश१११ |
5 |
भक्ती........ |
निशदे |
13 |
(बोंबाबोंब) |
मूकवाचक |
11 |
स्वरकिंचित |
अज्ञातकुल |
3 |
मन मौज कराया उडते.... |
मनमौजी |
7 |
हवीच असते मी! |
नगरीनिरंजन |
8 |
एकदा तरी |
अज्ञातकुल |
3 |
(खा घास हा) |
गणेशा |
14 |
५. सोनेरी क्षणांची राजभेट... |
गणेशा |
23 |
प्रीत दे ना मजला ... |
ajay wankhede |
6 |
ढग भरल्या आभाळातून ...!! |
प्रकाश१११ |
3 |
नास्तिक !!! |
फिझा |
22 |
तू आठवत राहतेस...!! |
प्रकाश१११ |
8 |
आला दिवस गेला दिवस ...!! |
प्रकाश१११ |
1 |
तुम्ही पी एम बनणारच .. |
ajay wankhede |
1 |
युगलगीत: ओठ गुलाबी काय नकळत बोलले |
पाषाणभेद |
0 |
घरात कोसळलेल्या... |
अभिजीत राजवाडे |
2 |
विश्वासघात करतो माणूस ना मुळी तो ! |
विदेश |
2 |
बाई माझी, ही तंगडी मोडली |
विदेश |
2 |
अर्धसत्य |
अज्ञातकुल |
8 |
मलाही तुझ्या सारखंच वागायचंय !!! |
फिझा |
3 |
प्रेम कळत नाहि मला.... |
निश |
7 |
ती ..... |
फिझा |
4 |
पांडूरंग माझा गरीब राहू द्या |
पाषाणभेद |
7 |
बासूंदी गोड गोड |
पाषाणभेद |
7 |
आयुष्य म्हंजे |
निश |
9 |
कां वागतो माणूस असा? |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
3 |
थांब जरासा.. |
राघव |
4 |
सर आले दुरुनी |
विदेश |
0 |
आकाशलक्षी |
अज्ञातकुल |
6 |
लष्करी हुकूम अर्थात आर्मी कमांड्स |
पाषाणभेद |
4 |
कोण होती ती.... (१०) |
फिझा |
2 |
आयुष्य म्ह |
निश |
0 |
विधिलेशा |
अज्ञातकुल |
5 |
हृदय तोड दे - दगा जर दिला - कारावके |
गंगाधर मुटे |
2 |
नको रे दिवा |
पाषाणभेद |
0 |