जनातलं, मनातलं |
सोमा टक्रीकर -- एका कालवश मर्मस्पर्श |
27 Dec 2019 - 09:42 |
दिवाळी अंक |
दृष्टीच्या विधा - एका बहुआयामी कलाप्रदर्शनाचे स्पर्शग्रहण |
25 Oct 2019 - 06:00 |
जे न देखे रवी... |
सबूर |
11 Aug 2012 - 00:58 |
जे न देखे रवी... |
गुरफटलेली आसवे |
22 Jan 2012 - 04:34 |
काथ्याकूट |
मिपाची विडंबिक परिस्थिती ढासळत आहे काय? |
18 Dec 2011 - 20:59 |
जे न देखे रवी... |
गरीब बिचार्या, दम खा |
5 Dec 2011 - 04:47 |
जनातलं, मनातलं |
एक हे विश्व, शून्य हे विश्व |
16 Nov 2011 - 02:06 |
कलादालन |
अॅडिरोन्डॅक उद्यानातील रंगीबेरंगी हेमंत |
21 Oct 2011 - 03:56 |
जनातलं, मनातलं |
मिथ्या-शास्त्रे - न्या. होम्सचा गमतीदार परिच्छेद |
30 Sep 2011 - 20:47 |
जे न देखे रवी... |
शिल्लकेला जीव जर का आणखी |
21 Jul 2011 - 23:13 |
जे न देखे रवी... |
कुणाला कुणाचे कशाला हवे |
12 Jul 2011 - 07:56 |
जे न देखे रवी... |
संधिकाल |
15 Jun 2011 - 03:15 |
जे न देखे रवी... |
नेमेंचि त्यानंतर पावसाळा |
11 May 2011 - 23:00 |
कलादालन |
मावशी-आजीचे घड्याळ (दोन पाठ्यांची जुगलबंदी) |
5 May 2011 - 04:02 |
जे न देखे रवी... |
माझ्यामधील एक भाग चालत गेला दुसरा रस्ता |
25 Apr 2011 - 23:20 |
कलादालन |
लाल जास्वंद |
10 Feb 2011 - 01:15 |
जनातलं, मनातलं |
डांबीस डोंब्या |
22 Jan 2011 - 05:36 |
जे न देखे रवी... |
अंगाई |
10 Dec 2010 - 01:11 |
कलादालन |
कागदाचा कपटा |
18 Nov 2010 - 10:24 |
जे न देखे रवी... |
फ्लँडर्साच्या रणामध्ये |
19 Sep 2010 - 20:34 |
जनातलं, मनातलं |
मिसळपावाची धोरणे सांगण्याचा फायदा |
14 Jul 2010 - 02:52 |
जे न देखे रवी... |
टंकेल वीडंबक जैं न काहीं |
9 Jul 2010 - 22:02 |
जे न देखे रवी... |
वादळ वळवाचे |
5 Jul 2010 - 18:30 |
जनातलं, मनातलं |
शाब्द ज्ञान |
22 Jun 2010 - 04:30 |
काथ्याकूट |
डेटाबेसमध्ये काहीतरी गडबड |
10 Jun 2010 - 21:28 |
जनातलं, मनातलं |
एक वाक्य-उत्क्रांतीचा प्रयोग -- रामोन ल्युलचे कविता-यंत्र - भाग ५ - भाष्य |
23 Apr 2010 - 03:01 |
जनातलं, मनातलं |
एक वाक्य-उत्क्रांतीचा प्रयोग -- रामोन ल्युलचे कविता-यंत्र - भाग ४ - विश्लेषण |
23 Apr 2010 - 02:57 |
जनातलं, मनातलं |
एक वाक्य-उत्क्रांतीचा प्रयोग -- रामोन ल्युलचे कविता-यंत्र - भाग ३ - शब्दखेळाची चौकट |
23 Apr 2010 - 02:53 |
जनातलं, मनातलं |
एक वाक्य-उत्क्रांतीचा प्रयोग -- रामोन ल्युलचे कविता-यंत्र - भाग २ - प्रास्ताविक |
23 Apr 2010 - 02:47 |
जनातलं, मनातलं |
एक वाक्य-उत्क्रांतीचा प्रयोग -- रामोन ल्युलचे कविता-यंत्र - भाग १ - लेखनसार |
23 Apr 2010 - 02:42 |
जे न देखे रवी... |
सफरचंदाच्या हंगामातली गाय - रॉबर्ट फ्रॉस्ट |
31 Mar 2010 - 03:58 |
पाककृती |
१००% गव्हाच्या पिठाचा पाव - न तिंबता! |
26 Mar 2010 - 02:28 |
जे न देखे रवी... |
ज्येष्ठ आषाढ |
23 Mar 2010 - 00:32 |
जनातलं, मनातलं |
गोणेस्पोती राया - साष्टीमधील एका आरतीची चाल |
22 Nov 2009 - 05:07 |
जनातलं, मनातलं |
बेबेलप्लात्स : बर्लिनमधील पुस्तकांच्या होळीचे स्मारक |
13 Nov 2009 - 07:27 |
जनातलं, मनातलं |
आगे नारी - एक कोंकणी लोकगीत |
2 Nov 2009 - 00:48 |
जे न देखे रवी... |
काहीतरी राहिले आहे इथे |
1 Oct 2009 - 02:07 |
जनातलं, मनातलं |
तिखट विषय, बोथट शब्द |
29 Aug 2009 - 08:15 |
जनातलं, मनातलं |
रोगप्रतिबंधाच्या धोरणातला प्राधान्यक्रम |
27 Jul 2009 - 08:39 |
जनातलं, मनातलं |
पुरोगामित्वाची चढाओढ ही तितकी वाईट नाही |
8 Jul 2009 - 02:45 |