भीड......
पता नही था कि दिन भर गये है। चलो बुलावा आया है,यमदूत आये , उसे चलने के लिए बोले। बंदा बोला जनाब इतनी भी क्या जल्दी है। अभी आये हो मेहमान नवाजी तो करने दो। जिंदगी मे एक बार ही आते हो। खातीर तवाजा करना हमारी फितरत है। यमदूत बोले हमे उल्लू मत बनाओ। जिस शाख पर तुम बैठे हो कुछ दिन पहले वो हमारी थी। हमे पता था तुम कहां होंगे इसलीये हमारी ड्युटी लगी है। जब रियायत हमे नही मिली तो तुम्हे क्यू?