नवे लेखन
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मिसळपाव.कॉमवर प्रकाशित झालेले सर्व प्रकारचे नवीन साहित्य येथे बघता येईल.
प्रकार | लेख | लेखक | प्रतिक्रिया |
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भटकंती | चित्रसंते : चित्रांची महाजत्रा ! | चौथा कोनाडा | 20 |
पाककृती | तरबूज / खरबूज ज्यूस musk melon juice | Gk | 3 |
जनातलं, मनातलं | फॉरेस्ट गम्प- एका मुलाची कथा | भीमराव | 17 |
जनातलं, मनातलं | वाटा वाटा वाटा ग.. | Bhakti | 4 |
काथ्याकूट | कोविड-१९ला कव्हर करण्यासाठी चांगला हेल्थ इंन्श्युरन्स कोणता ? | माहितगार | 12 |
जनातलं, मनातलं | शिक्षा (लघुकथा) | अभिरुप | 3 |
जनातलं, मनातलं | गुलाबी कागद निळी शाई....पूर्णांक. | प्राची अश्विनी | 2 |
जनातलं, मनातलं | दाभोळकर आणि साळगांवकर | लेखनवाला | 8 |
काथ्याकूट | एन-९५: दर्जाचा घोळ | माहितगार | 7 |
काथ्याकूट | दूध हळद आणि Arsenicum Album 30C | माहितगार | 26 |
जनातलं, मनातलं | वेडा (रहस्यकथा) | vaibhav deshmukh | 4 |
जनातलं, मनातलं | राजयोग - २२ | रातराणी | 4 |
जनातलं, मनातलं | पावनखिंडीचा रणसंग्राम ( भाग ३ ) | दुर्गविहारी | 9 |
जनातलं, मनातलं | वाटा वाटा वाटा ग.. | Bhakti | 1 |
काथ्याकूट | मराठी अजूनही अन्याय सोसतेच आहे ! | उपयोजक | 14 |
काथ्याकूट | करोना / तीन देश तीन तर्हा | चौकस२१२ | 71 |
जनातलं, मनातलं | पावनखिंडीचा रणसंग्राम ( भाग २ ) | दुर्गविहारी | 13 |
जनातलं, मनातलं | मुक्या प्राण्यांची सेवा | सुरज जाधव | 1 |
जे न देखे रवी... | युग प्रवाहीणी | Pradip kale | 10 |
तंत्रजगत | मोबाईलमधील डेटा क्लिअर कसा करावा? | वेलांटी | 33 |
जनातलं, मनातलं | राजयोग-२१ | रातराणी | 4 |
जे न देखे रवी... | तुझी वाट | चांदणशेला | 3 |
जे न देखे रवी... | सोहळा | मी-दिपाली | 8 |
स्पर्धा | [कविता' २०२०] - शून्य मी.. अनंत मी | साहित्य संपादक | 10 |
जनातलं, मनातलं | भाजी घ्या भाजी,स्वतःसाठी ताजी! | अत्रुप्त आत्मा | 32 |
जनातलं, मनातलं | लॉकडाउनमधील रनिंगचा अनुभव | मार्गी | 0 |
जनातलं, मनातलं | रंगराज्य -२ | vcdatrange | 10 |
जनातलं, मनातलं | दिव्याची आवस | ज्योति अळवणी | 16 |
जनातलं, मनातलं | बटाट्याची चाळ, बाजीराव आणि मस्तानी | कुमार जावडेकर | 6 |
तंत्रजगत | पोस्ट वॉरंटी वाहन दुरूस्ती, रिपेअर सेंटर्स, गॅरेजेस इत्यादी बाबत चर्चा | पाषाणभेद | 7 |
भटकंती | कन्याकुमारी सायकलिंग... एक ध्येयपूर्ती. | सतीश विष्णू जाधव | 3 |
तंत्रजगत | मिसळपाव साइटवर लेखनात audio file देणे. | कंजूस | 22 |
जनातलं, मनातलं | समाज आणि काम | लेखनवाला | 9 |
जनातलं, मनातलं | दोसतार-३० | विजुभाऊ | 3 |
जनातलं, मनातलं | दोसतार - २९ | विजुभाऊ | 3 |
जनातलं, मनातलं | दोसतार - २८ | विजुभाऊ | 2 |
जनातलं, मनातलं | पावनखिंडीचा रणसंग्राम ( भाग १ ) | दुर्गविहारी | 14 |
पाककृती | उपवासाचे पॅटिस | पलाश | 8 |
जे न देखे रवी... | येत नाही... | अजब | 7 |
जे न देखे रवी... | अन् मग | अनन्त्_यात्री | 7 |
भटकंती | कर्नाळा किल्ला तो पाहू..!! | किसन शिंदे | 42 |
जनातलं, मनातलं | हिजडा आणि क्रमवार निरीक्षणं | लेखनवाला | 8 |
जनातलं, मनातलं | कथा: त्रिकोणाचे तिन कोन | पाषाणभेद | 7 |
भटकंती | होसूर: एक उनाड रविवार (उत्तरार्ध) | चौथा कोनाडा | 28 |
जनातलं, मनातलं | रंगराज्य -३ सौ शहरी, एक संगमनेरी | vcdatrange | 1 |
जनातलं, मनातलं | ... And a forward shortleg | जे.पी.मॉर्गन | 12 |
जनातलं, मनातलं | एक संध्याकाळ.. कृष्ण-राधा समवेत! | राघव | 5 |
जनातलं, मनातलं | एक संध्याकाळ कवितेची….. | लेखनवाला | 3 |
जनातलं, मनातलं | दोसतार -२७ | विजुभाऊ | 8 |
जनातलं, मनातलं | दोसतार - २६ | विजुभाऊ | 4 |
जनातलं, मनातलं | दोसतार - २५ | विजुभाऊ | 10 |
मिपा कलादालन | माझी रेल्वे यात्रा | मदनबाण | 42 |
जे न देखे रवी... | जीवघेणा फास | मिसळलेला काव्यप्रेमी | 28 |
जे न देखे रवी... | अस्त | सुमित_सौन्देकर | 3 |
जनातलं, मनातलं | शेजारील काकी | श्रीकांतहरणे | 6 |
जे न देखे रवी... | त्या पोराने | मनोज | 9 |
पाककृती | पनीर चिलिमिली | अत्रुप्त आत्मा | 20 |
जनातलं, मनातलं | गुलाबी कागद निळी शाई....7जवळीक | प्राची अश्विनी | 9 |
जनातलं, मनातलं | शब्दखेळ : विरंगुळा | कुमार१ | 523 |
जनातलं, मनातलं | रंगराज्य | vcdatrange | 13 |
तंत्रजगत | वॉरंटी / गॅरंटी | रानरेडा | 4 |
जे न देखे रवी... | क्षमा प्रार्थना | ज्ञानोबाचे पैजार | 19 |
काथ्याकूट | फुलांची शेती...माहिती हवी आहे. | जावई | 20 |
जनातलं, मनातलं | खिडकीबाहेरचं जग! | मन्या ऽ | 0 |
जनातलं, मनातलं | दोसतार - २४ | विजुभाऊ | 8 |
जनातलं, मनातलं | दोसतार - २३ | विजुभाऊ | 8 |
काथ्याकूट | मी /(तुम्ही) / (आपण).. .. .. डॅश डॅश असतो तर कोविड-१९ संक्रमण कसे हाताळले असते ? | माहितगार | 3 |
जनातलं, मनातलं | राजयोग - २० | रातराणी | 6 |
पाककृती | मंगलोरी बन व दाक्षिणात्य पद्धतीच्या चटण्या | श्वेता२४ | 26 |
जनातलं, मनातलं | गुलाबी कागद निळी शाई....5 चंद्रवेळ | प्राची अश्विनी | 8 |