असले कसले जेवण केले |
पाषाणभेद |
4 |
देव नावे भिक्षा चालुच राही.... |
निश |
2 |
॥ प्राजक्त ॥ |
स्पंदना |
25 |
चला वळून वज्रमूठ, दुष्टवृत्ति दंडु या |
नरेंद्र गोळे |
12 |
शिवबाचि तलवार |
kalpana joshi |
15 |
ओढ दर्शनाची |
विदेश |
1 |
झिम्माड पाउस... |
K Sangeeta |
2 |
नवथर |
अज्ञातकुल |
0 |
झुक्या चे अभंग |
अविनाशकुलकर्णी |
3 |
२०१४ |
सांजसंध्या |
7 |
फरपट |
जुईचे फूल |
9 |
अर्धांग |
तिमा |
16 |
" किती अडवू मी अडवू कुणाला ... (विडंबन) |
विदेश |
10 |
सरडा आणि इतर क्षणिका |
विवेकपटाईत |
0 |
श्री गणराया |
गंगाधर मुटे |
3 |
सार्थक |
अज्ञातकुल |
1 |
मूक आक्रोश |
किसन शिंदे |
9 |
गणराया |
kalpana joshi |
0 |
आई-बाप; आई-बाप म्हणजे नक्की काय असतं? |
सार्थबोध |
5 |
ध्यासबावळी |
अज्ञातकुल |
5 |
मोरया मोरया (चेन्नई एक्सप्रेस इश्टाईल) |
वेल्लाभट |
2 |
उसवला शर्ट नवीन पुन्हा – |
विदेश |
1 |
पुन्हा अनोळखी होऊ .....!! |
psajid |
0 |
" दु:खा " |
कैलास गायकवाड |
7 |
सकाळची गोष्ट-(१ प्रासंगिका ) |
अत्रुप्त आत्मा |
12 |
तु फक्त एकदा हो म्हण... |
K Sangeeta |
26 |
कृष्ण नाही गोकुळी |
जुईचे फूल |
7 |
"स्वामी तिन्ही जगाचा" |
Bhagwanta Wayal |
2 |
प्रेम म्हणजे... |
K Sangeeta |
1 |
उरेल काही उणे उणे |
सागरलहरी |
0 |
वेगळी आहे |
कैलास गायकवाड |
9 |
भ्रांत....? |
psajid |
1 |
कृष्णलीला.. |
किसन शिंदे |
10 |
गोपाला गोपाला... देवकीनंदन गोपाला......! |
मृगनयनी |
24 |
सुदामा |
सार्थबोध |
1 |
अजाणता |
अज्ञातकुल |
2 |
मोर पंखी कावळा |
विवेकपटाईत |
2 |
राधेचा कन्हैया - |
विदेश |
0 |
आई |
kalpana joshi |
4 |
बाबा |
kalpana joshi |
4 |
<पिवून हय क्यु?> |
विजुभाऊ |
18 |
गुलाब |
kalpana joshi |
3 |
ज्योती |
kalpana joshi |
0 |
पुन्हा अनोळखी होऊ .... !! |
psajid |
7 |
मनकवडी |
अज्ञातकुल |
5 |
तुही नाही मीही नाही …………. !!! |
फिझा |
5 |
एक आगळी वेगळी पाऊस कविता |
जुईचे फूल |
11 |
मला झोप हवी |
वैभव कुलकर्नि |
1 |
असणे नसणे |
अज्ञातकुल |
13 |
.....आणि बाकी शून्यात ...........!! |
psajid |
6 |
आहे!? |
पाषाणभेद |
10 |
शोध माझ्यातला |
पाषाणभेद |
8 |
डासाचे मनोगत |
भ ट क्या खे ड वा ला |
4 |
प्रवासी |
सार्थबोध |
1 |
संस्कृती |
सार्थबोध |
0 |
रानपाखरं... |
psajid |
1 |
क्षण |
स्वाती३५११ |
6 |
(गड गड गड) |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
10 |
न्याय |
स्वाती३५११ |
2 |
फितुरी ( त्या सावळ्या तनुचे वर आधारीत ) |
स्वाती३५११ |
2 |
ती... |
सार्थबोध |
1 |
अथांग |
अज्ञातकुल |
0 |
येथे तिरंगा विकला जातो'.......... |
जमीर इब्राहीम 'आझाद' |
34 |
आजहि |
अज्ञातकुल |
0 |
स्वकीय ? |
psajid |
0 |
घाबरगुंडी |
ऋषिकेश |
13 |
शत'शब्द शोधिताना...! |
अत्रुप्त आत्मा |
22 |
किमया |
अज्ञातकुल |
0 |
'दु:स्वास' |
psajid |
5 |
विषय |
Bhagwanta Wayal |
0 |