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(कपाळ)मोक्ष!! :-) |
चलत मुसाफिर |
19 |
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पाऊस |
बिपीन सुरेश सांगळे |
2 |
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माया |
अवतार |
15 |
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सखये,बाई ग..... |
कर्नलतपस्वी |
5 |
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हे टाॅपर, स्काॅलर,दर्शना गं.... |
बाजीगर |
19 |
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आठ्या |
अहिरावण |
3 |
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बरणी.. |
Bhakti |
3 |
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छाट्या |
अहिरावण |
6 |
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चालचलाऊ गीता -अध्याय २ (विडंबन) |
दमामि |
13 |
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आजोळ |
अनन्त्_यात्री |
10 |
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बस्स! फक्त एवढंच कर... |
चक्कर_बंडा |
2 |
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मोठेपणा..... |
कर्नलतपस्वी |
7 |
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चक्रीवादळ |
बाजीगर |
1 |
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जिल्हे-ईलाही |
बाजीगर |
1 |
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यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते |
चाणक्य |
9 |
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कोलाहल ! |
फिझा |
4 |
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काचेच्या अलिकडून |
चाणक्य |
11 |
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चाललोय.... |
चक्कर_बंडा |
11 |
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मैत्री |
कर्नलतपस्वी |
5 |
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आसवांचे थेंब येता तुझ्या गालावरी |
Deepak Pawar |
11 |
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||इदं न मम|| |
प्राची अश्विनी |
5 |
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ना कर नाटक ! |
बाजीगर |
1 |
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कोर्टाचे नरो वा कुंजरोवा (अर्थात डबल ढोलकी) |
बाजीगर |
4 |
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जेल भरती |
बाजीगर |
2 |
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चांदणचुरा ! |
फिझा |
12 |
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एकदाच काय ते बोलून टाकू |
मित्रहो |
5 |
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जोकशाही |
बाजीगर |
2 |
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जोकशाही |
बाजीगर |
0 |
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ध्वनिचित्र |
अनन्त्_यात्री |
5 |
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आयुष्याचा डीएने:मॉलिक्य़ूलर बॉयोलॉजीच्या भाषेत: |
Bhakti |
5 |
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रापण..... |
कर्नलतपस्वी |
7 |
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अशीच एक धुंद, सोनेरी सायंकाळ - (आणि अंतिम वगैरे सत्य) |
चित्रगुप्त |
8 |
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(अगं, जे घडिलेचि नाही) |
प्रसाद गोडबोले |
1 |
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अगा जे घडिलेचि नाही |
अनन्त्_यात्री |
4 |
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'काव्यप्रेमी' कायप्पा घोळका विडंबन. |
निओ |
6 |
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तू जाताना... |
Deepak Pawar |
6 |
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धूप के लिए शुक्रिया का गीत (मराठी रूपांतर) |
आलो आलो |
20 |
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काळजाच्या या तळाशी राहशी तू. |
Deepak Pawar |
7 |
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कुणासारखी तू, कुणासारखी... |
Deepak Pawar |
3 |
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लिही रे कधीतरी... |
प्राची अश्विनी |
27 |
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Whatsapp Romantic Shayari |
तृप्ति २३ |
115 |
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शहरी माणूस. |
Deepak Pawar |
3 |
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पत्र |
अनन्त्_यात्री |
1 |
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(का या गळ्याच्या तळाशी...) |
कर्नलतपस्वी |
3 |
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दुःखाच्या वाटेवर गाव तुझे लागले....सुरेश भट |
चौकस२१२ |
4 |
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बोले चिडीया (मिडीया ?) बोले कंगना..... |
कर्नलतपस्वी |
7 |
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साद |
अनन्त्_यात्री |
5 |
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कळतं रे पण.. |
प्राची अश्विनी |
14 |
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काहीतरी सलत असतं... |
Deepak Pawar |
7 |
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अव्यक्त |
कर्नलतपस्वी |
9 |
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आणि बाकी शून्य... |
प्राची अश्विनी |
11 |
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नको ना रे |
पाषाणभेद |
3 |
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मनात माझ्या |
किरण कुमार |
7 |
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हा उन्हाचा गाव आहे. |
Deepak Pawar |
21 |
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विसरून जाऊ सारे..... |
कर्नलतपस्वी |
12 |
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पूर्वसंचित |
Bhakti |
11 |
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मावळतीची दिशा.... |
कर्नलतपस्वी |
21 |
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बँक आफ दरोडा ! |
बाजीगर |
3 |
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काय होते अंतरी... |
Deepak Pawar |
6 |
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खजिना |
अनन्त्_यात्री |
1 |
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दे दवांचे प्याले |
चांदणे संदीप |
9 |
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नववर्ष नवहर्ष |
बाजीगर |
3 |
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साजणी आता इथे... |
Deepak Pawar |
3 |
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शहाळे... |
कर्नलतपस्वी |
6 |
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आली जरी रात सजणी... |
Deepak Pawar |
7 |
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(झाली किती रात सजणी...) |
कर्नलतपस्वी |
8 |
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वाऱ्यावर जसे पान |
चांदणे संदीप |
10 |
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दिस सरतो असा... |
Deepak Pawar |
6 |
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शब्द तू, संगीत तू, तूच गाणे... |
Deepak Pawar |
6 |
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उडून गंध चालल्या... |
Deepak Pawar |
5 |