कैद तिच्या डोळ्यात दिगंतर असते .. |
drsunilahirrao |
6 |
आरसा हरवेल तेव्हा ये .. |
drsunilahirrao |
34 |
जसजसे जगणे सुखासिन होत आहे.. |
drsunilahirrao |
4 |
सावल्यांची सरमिसळ होते .. |
drsunilahirrao |
19 |
दु:ख अवघा धृवतारा मागते |
drsunilahirrao |
12 |
अष्टावधानी |
भटकीभिंगरी |
0 |
पागोळ्या |
निराकार गाढव |
9 |
राउळी या मनाच्या |
वेल्लाभट |
38 |
गैरसमज |
संदीप-लेले |
4 |
मी ....अब्जशीर्ष |
अनन्त्_यात्री |
0 |
...त्या वेळी कळले नाही |
अनन्त्_यात्री |
8 |
मन |
अमिता राउत |
0 |
ती वाचत असता कविता |
अनन्त्_यात्री |
1 |
अर्धा घाव |
चांदणशेला |
0 |
कातरवेळी |
चांदणशेला |
2 |
प्रणय रात्र |
अविनाशकुलकर्णी |
2 |
:( ? |
अॅस्ट्रोनाट विनय |
10 |
आज मला समजलं |
अभिषेक पांचाळ |
0 |
इथेच जमवा कंपू, इथेच टाका तंबू ! |
लीना कनाटा |
7 |
मला ती आवडायची...... - कवि: राजू पवार |
माहितगार |
35 |
कुणीतरी असावे, कवि:समाधान कदम |
माहितगार |
5 |
कदाचित (भयगुढ कविता) |
अॅस्ट्रोनाट विनय |
11 |
एवढं करंच... |
अॅस्ट्रोनाट विनय |
13 |
कुणास ठावूक कशी पण जेलात गेली शशी |
मूखदूर्बळ |
2 |
ट्रिंग ट्रिंग !!!!! |
बटाटा चिवडा |
0 |
पाऊस असा रडतो |
चांदणशेला |
1 |
!!! ....सभा "Social Networking " ची.... !!! |
बटाटा चिवडा |
2 |
माझी एक गोची होते |
अनन्त्_यात्री |
16 |
प्रश्नत्रयी |
अनन्त्_यात्री |
8 |
आम्ही कोण?-निवडणूक उमेदवाराचे मनोगत (कविश्रेष्ठ केशवसुता॓ची क्षमा मागून) |
अनन्त्_यात्री |
6 |
मंद मंद पहाट |
चांदणशेला |
8 |
संतापाचा रीटेक |
वेल्लाभट |
11 |
होतकरू नगरसेवकानची भरली होती सभा, |
मूखदूर्बळ |
3 |
१०० नंबरी प्रेम |
अॅस्ट्रोनाट विनय |
14 |
गजलांकित प्रतिष्ठान |
माहितगार |
0 |
प्रेम |
पराग देशमुख |
0 |
त्या आतल्या द्युतीला |
अनन्त्_यात्री |
5 |
बोल नुपूरांचे |
चांदणशेला |
2 |
शब्दच केवळ |
अनन्त्_यात्री |
2 |
म्हणून हा पाऊस मला आवडत नाही..... |
पराग देशमुख |
10 |
कधीतरी..... |
पराग देशमुख |
1 |
पाचोळा |
फिझा |
2 |
रंगपंचमी |
पराग देशमुख |
3 |
तुझ्या अंतरीची (चारोळी) |
पराग देशमुख |
3 |
नव गृहाचे कर्जही, फेडणे आता उभ्याने ! |
संजय क्षीरसागर |
13 |
माणूस |
विशाल कुलकर्णी |
5 |
वंचनांचे खर्चही पडताळणे आता नव्याने |
विशाल कुलकर्णी |
22 |
(वंचनांचे खर्चही पडताळणे आता नव्याने) |
चतुरंग |
12 |
!!...'मानवी भूकंप'...!! |
बटाटा चिवडा |
2 |
ती सध्या काय करते.... |
एक एकटा एकटाच |
10 |
मी काय करू??.......... |
बटाटा चिवडा |
25 |
देवा तुला नक्की काय करायचं होतं ? |
अभिषेक पांचाळ |
0 |
अश्वत्थामा |
अनन्त्_यात्री |
11 |
देवाचे स्थान कुठे ।। |
माहीराज |
12 |
निळावन्ती |
अनन्त्_यात्री |
12 |
शतजन्म शोधिताना..... |
पराग देशमुख |
12 |
"पॅलेस ऑन व्हील्स " |
पदकि |
0 |
एक हिंस्र कविता (?)... (१८+ only) |
अस्वस्थामा |
30 |
दुस्तर हा घाट |
अनन्त्_यात्री |
5 |
भेट |
चांदणशेला |
0 |
जखमात यौवनाच्या |
शार्दुल_हातोळकर |
19 |
स्पर्श वेडे |
चांदणशेला |
0 |
भिजू दे निशा |
अनिल इन्गले |
0 |
भिजू दे निशा |
अनिल इन्गले |
0 |
आई |
ज्योति अळवणी |
1 |
दूर पर्यंत जाईल तो विषय निघाला तर |
श्रीकृष्ण सामंत |
2 |
ती एक वेडी |
निओ |
1 |
खंत वेड्या मनाची (गझल) |
शार्दुल_हातोळकर |
14 |
स्वतःला ओळखायचं असत! |
ज्योति अळवणी |
1 |
बाप फितूर झाला......... |
किरण कुमार |
12 |