(प्रवाह) बिनडोक बनी in जे न देखे रवी... 11 Sep 2008 - 8:02 pm 3 नृत्यमांडणीसंस्कृतीनाट्यकविताविडंबनप्रकटनविरंगुळा
(म्हातारचळ म्हातारचळ) चतुरंग in जे न देखे रवी... 8 Sep 2008 - 3:10 am 3 कवितामुक्तकविडंबनप्रतिभाविरंगुळा
(...बोकडाचे खूर काही!) चतुरंग in जे न देखे रवी... 6 Sep 2008 - 1:28 am 3 कवितागझलविडंबनप्रतिभाविरंगुळा
(लावू कशी पाटी मी दुकानला हो ) अमोल केळकर in जे न देखे रवी... 29 Aug 2008 - 1:31 pm 3 विडंबनमाध्यमवेध
(...आदिम घास...) चतुरंग in जे न देखे रवी... 27 Aug 2008 - 12:47 am 3 कवितामुक्तकविडंबनप्रतिभाविरंगुळा