अनिवासी मोलकरीण |
अरुण मनोहर |
19 |
माझ्यासाठी आता सारंच चांगलं आहे... |
फटू |
9 |
शाळा..... |
उदय सप्रे |
14 |
वीश |
भारती |
5 |
तू, फक्त हो म्हण |
भारती |
4 |
शिवस्तुती |
पुष्कराज |
1 |
(--अन् एकमुखान बोला बोला जयजय मिस्सळपाव ) |
अमोल केळकर |
9 |
त्यांच्या कवितेतील पाऊस |
अविनाश ओगले |
10 |
मधु..... |
वर्षा |
5 |
पहिल्या पावसात भिजायचे? |
श्रीमंतपेशवे |
16 |
वसंतोस्तव |
शितल |
14 |
यौवनाची बाग |
पुष्कराज |
8 |
नाते पावसाचे |
चेतन |
5 |
शनि गेला मंगळाकडे |
अजय जोशी |
5 |
गुलाबाचे काटे |
पुष्कराज |
2 |
अंधार |
अजय जोशी |
2 |
घर..... |
उदय सप्रे |
4 |
(रोज वाढते महागाई -) |
अमोल केळकर |
3 |
पूर आठवणींचा |
जयवी |
13 |
चटका ! |
उदय सप्रे |
0 |
फिशपॉन्ड |
शितल |
48 |
पाऊस - स्पर्श पहिला |
स्वप्निल मन |
5 |
(येशील येशील येशील___) |
अमोल केळकर |
8 |
मी गेल्यावर |
पुष्कराज |
7 |
पृथ्वी वरच्या पाककृती |
अरुण मनोहर |
15 |
भासा सूद्धी |
विजुभाऊ |
25 |
सेल मांडीयेला |
अरुण मनोहर |
14 |
( आयपीएल चा खेळ रे) |
अमोल केळकर |
6 |
पकलो आता, फार झाला |
चेतन |
2 |
आसपास |
सन्जोप राव |
54 |
आल्यावर असा येशील की... |
फटू |
1 |
पुन्हा आसपास |
आंबोळी |
14 |
थोडंसं तूही समजून घे... |
फटू |
5 |
"जीवन-मरण" |
शा॑तेच कारट |
1 |
होकार |
शा॑तेच कारट |
2 |
सोडुनी गेलास जिथे.... |
शा॑तेच कारट |
7 |
प्रियेच्या भेटी |
पुष्कराज |
3 |
(आसपास) |
चतुरंग |
5 |
गुलाबाचा सण |
पुष्कराज |
6 |
गुलाबाचे काटे |
पुष्कराज |
2 |
(नको) |
चतुरंग |
3 |
सहज |
चेतन |
9 |
शिवमानसपूजा - आदि शंकराचार्य! |
चतुरंग |
16 |
हिमेश बाबाच्या सौजन्याने... |
फटू |
4 |
पोरखेळ ! |
संदीप चित्रे |
12 |
(पीस) |
केशवसुमार |
10 |
(उभी भिंत डागाळलेली मुळाशी) |
चतुरंग |
8 |
"थेंब" |
चेतन |
6 |
(........आकाशाशी जडले नाते !!) |
अमोल केळकर |
5 |
देवा......एवढी दया नको रे दाखवू... |
सागर |
10 |
संपत असताना सारं काही... |
फटू |
7 |
मी गेल्यावर |
पुष्कराज |
1 |
नेहमीच धडकी भरते...! |
बेसनलाडू |
5 |
एका तळ्यात होते.... |
अरुण मनोहर |
9 |
लग्न |
आनंदयात्री |
19 |
चारोळ्या |
यशोधरा |
15 |
पण काहितरी बदलतयं... |
मनिष |
17 |
विडंबन |
केशवसुमार |
19 |
काही चित्र चारोळ्या |
फटू |
16 |
आता काय करायच॑ ? |
पिस्तुल्या |
0 |
मधुशाला - एक मुक्तचिंतन आणि भावानुवाद (भाग ८) |
चतुरंग |
10 |
मनाचिया अंगणात..... |
उदय सप्रे |
3 |
तगमग |
ॐकार |
9 |
जीवघेणे-२ |
केशवसुमार |
5 |
मी माझाच |
विजुभाऊ |
10 |
कट्टा |
अरुण मनोहर |
5 |
वाघाची मावशी |
निनाद |
6 |
(जीवघेणे!) |
चतुरंग |
1 |
अबोला |
शितल |
11 |
संगणक उद् बोध |
अरुण मनोहर |
13 |