"जीवन-मरण" |
शा॑तेच कारट |
1 |
होकार |
शा॑तेच कारट |
2 |
सोडुनी गेलास जिथे.... |
शा॑तेच कारट |
7 |
प्रियेच्या भेटी |
पुष्कराज |
3 |
(आसपास) |
चतुरंग |
5 |
गुलाबाचा सण |
पुष्कराज |
6 |
गुलाबाचे काटे |
पुष्कराज |
2 |
(नको) |
चतुरंग |
3 |
सहज |
चेतन |
9 |
शिवमानसपूजा - आदि शंकराचार्य! |
चतुरंग |
16 |
हिमेश बाबाच्या सौजन्याने... |
फटू |
4 |
पोरखेळ ! |
संदीप चित्रे |
12 |
(पीस) |
केशवसुमार |
10 |
(उभी भिंत डागाळलेली मुळाशी) |
चतुरंग |
8 |
"थेंब" |
चेतन |
6 |
(........आकाशाशी जडले नाते !!) |
अमोल केळकर |
5 |
देवा......एवढी दया नको रे दाखवू... |
सागर |
10 |
संपत असताना सारं काही... |
फटू |
7 |
मी गेल्यावर |
पुष्कराज |
1 |
नेहमीच धडकी भरते...! |
बेसनलाडू |
5 |
एका तळ्यात होते.... |
अरुण मनोहर |
9 |
लग्न |
आनंदयात्री |
19 |
चारोळ्या |
यशोधरा |
15 |
पण काहितरी बदलतयं... |
मनिष |
17 |
विडंबन |
केशवसुमार |
19 |
काही चित्र चारोळ्या |
फटू |
16 |
आता काय करायच॑ ? |
पिस्तुल्या |
0 |
मधुशाला - एक मुक्तचिंतन आणि भावानुवाद (भाग ८) |
चतुरंग |
10 |
मनाचिया अंगणात..... |
उदय सप्रे |
3 |
तगमग |
ॐकार |
9 |
जीवघेणे-२ |
केशवसुमार |
5 |
मी माझाच |
विजुभाऊ |
10 |
कट्टा |
अरुण मनोहर |
5 |
वाघाची मावशी |
निनाद |
6 |
(जीवघेणे!) |
चतुरंग |
1 |
अबोला |
शितल |
11 |
संगणक उद् बोध |
अरुण मनोहर |
13 |
समर्पित हो |
काळा_पहाड |
8 |
तु येशील का ? |
शितल |
17 |
नाते ना 'ते' राहीले |
भ्रमर |
6 |
Close encounters of the third kind (एक पद्यकथा) |
अरुण मनोहर |
8 |
एक कोड्न |
मुन्गी |
22 |
स्वप्नातलं गाव ... ! |
संदीप चित्रे |
14 |
'' मरावे परी लग्न नाही करावे '' |
विवेकवि |
10 |
दह्या वर भागवावे ते असे ! |
मुन्गी |
5 |
धोतर (हे लिखाण काढून टाकण्यात आले आहे.) |
कैलासराजा |
9 |
काही खावेसे वाटते पण खाणार नाही |
अरुण मनोहर |
30 |
आधुनिक कृष्ण |
काळा_पहाड |
2 |
(कधी) |
केशवसुमार |
16 |
किंमत |
अनिरुद्ध अभ्यंकर |
12 |
लुब्रा स्वभाव |
केशवसुमार |
10 |
आबांच्या राज्यात... |
अजय जोशी |
3 |
प्रारब्ध |
पल्लवी |
7 |
मेळा |
चतुरंग |
8 |
(एका 'बैलाचे' मनोगत (गजल)) |
चतुरंग |
14 |
(किंमत) |
चेतन |
4 |
जहाल नेत्याचे अंतरंग |
हेरंब |
0 |
समर्पण.. |
प्राजु |
13 |
श्रध्दा |
भावना |
4 |
पक्षी निरीक्षण |
चेतन |
6 |
(जैव वैविध्य) |
केशवसुमार |
9 |
पोरी... |
खट्याळ मुलगा... |
6 |
अस्थीपंजर |
केशवसुमार |
8 |
पूर्ण कविता हवी आहे... |
उदय ४२ |
0 |
दिवेलागण. |
अशोक गोडबोले |
6 |
(रस्ता) |
चतुरंग |
4 |
रस्ता |
अनिरुद्ध अभ्यंकर |
9 |
रस्ता-२ |
केशवसुमार |
7 |
केश्यांतिका... अर्थात् केश्याची शोकांतिका...(एक नवविडंबन) |
केशवसुमार |
10 |
मला मनाचे पटले नाही |
अनिरुद्ध अभ्यंकर |
9 |