गुलाब |
स्वप्नयोगी |
10 |
निसर्गचित्र ( गिरीभ्रमणाच्या वाटेवर ) |
दत्ता काळे |
11 |
II बुद्ध वंदना II |
चन्द्रशेखर गोखले |
5 |
उशीर..... |
उदय सप्रे |
2 |
सांज स्वीकारली |
क्रान्ति |
25 |
कुठवर पाहू तुझी मी वाट |
पाषाणभेद |
5 |
मी कुठवर पाहू वाट ? |
उदय सप्रे |
2 |
पाऊस .....कळलांय का? |
उदय सप्रे |
13 |
(यादी गेली कवित्व उरले) |
कपिल काळे |
14 |
मृत्युंजय |
परिकथेतील राजकुमार |
7 |
अस्तित्व |
स्वप्नयोगी |
4 |
मी...... |
उमेश__ |
1 |
दैनंदीनी |
जागु |
44 |
पण तु मात्र.... |
प्रेरणा |
3 |
एका वृद्धाचे मनोगत |
जागु |
11 |
(एका वृद्धाचे मनोगत) |
चतुरंग |
8 |
गाठोडं |
जागु |
9 |
श्री गजानन महाराज ! भक्तिरचना... |
चंद्रशेखर महामुनी |
35 |
(एकदा plane मधे एक अप्सरा आणि तिची आई जवळ येऊन बसली) |
संदीप चित्रे |
15 |
माझ्या जमीनीच गाणं |
पाषाणभेद |
7 |
...तोच आहे. |
अंकुश चव्हाण |
1 |
ती माझी कविता |
गोगट्यांचा समीर |
0 |
प्रश्न |
ठकू |
4 |
एकदा train मधे एक अप्सरा जवळ येऊन बसली |
स्वप्निल मन |
7 |
दुर का रे असतो |
पाषाणभेद |
9 |
आयुष्य |
क्रान्ति |
17 |
काठावरचे प्रेम..... |
उदय सप्रे |
8 |
क्षुल्लक |
जागु |
1 |
देणं-घेणं |
जागु |
9 |
अष्टौप्रहर..... |
उदय सप्रे |
0 |
(रेडा...) |
केशवसुमार |
4 |
विचार चालु आहे |
गोगट्यांचा समीर |
9 |
(पाऊस .....कळलांय का?) |
मराठमोळा |
7 |
एक होता परा |
टारझन |
26 |
बेवफा... एक वेगळी मिश्र गझल ( हिंदी - मराठी ) |
उमेश__ |
7 |
वेगळा होता..... |
उदय सप्रे |
7 |
श्रेयस |
दशानन |
12 |
एक होतं ढोर |
चन्द्रशेखर गोखले |
1 |
मैत्री |
स्वप्निल मन |
2 |
Exam म्हणजे Exam असते |
स्वप्निल मन |
7 |
(एक होता टारा) |
मराठमोळा |
11 |
चारोळी |
स्वप्निल मन |
0 |
कवितेचे गाव |
अविनाशकुलकर्णी |
9 |
कर मतदान..! |
चन्द्रशेखर गोखले |
3 |
महाराष्ट्रधर्म |
क्रान्ति |
7 |
परीचा गाव - बालकविता |
अमोल केळकर |
8 |
डबके.. |
चन्द्रशेखर गोखले |
7 |
अभिषेक बच्चन |
केशवसुमार |
21 |
मराठी गाण्यांच्या एम पी ३ हव्या आहेत.... |
सागर |
40 |
[ठेव दरवाजा खुला...] |
केशवसुमार |
9 |
मातीचेच पाय |
क्रान्ति |
12 |
(खालीबसा पट्कन) |
आंबोळी |
0 |
जगाची रित. |
जागु |
10 |
(नजरा!!) |
घाटावरचे भट |
15 |
फिक्शन... |
चन्द्रशेखर गोखले |
22 |
(ठेव दरवाजा खुला...) |
चतुरंग |
9 |
(किती धीर ठेवू?) |
आंबोळी |
2 |
(बहु असोत) |
३_१४ विक्षिप्त अदिती |
27 |
(फिरवतो हात) |
चतुरंग |
14 |
जीवन...! |
चन्द्रशेखर गोखले |
2 |
कशाला? |
उदय सप्रे |
13 |
प्रिये..! |
चन्द्रशेखर गोखले |
7 |
*जालिंदर जलालाबादी :- आरती महास्पर्धा* |
बाकरवडी |
8 |
का? |
उदय सप्रे |
8 |
मुखवटे |
चन्द्रशेखर गोखले |
6 |
चांदरात |
पाषाणभेद |
21 |
मी वसंत मी वसंत.. |
प्राजु |
27 |
चुप्पी ! |
चन्द्रशेखर गोखले |
2 |
खरंच मला बरंच काही करायचाय ... |
अश्विनि३३७९ |
10 |
एकमत |
ऋषिकेश |
18 |