समदी पतंग सुताया लागली
पुरुस हुसकाया लागलं,
बाय नाडाया लागली;
का?, का?, का?, का?, का?, का?,
समदी लंगडाया लागली
गाय हसाया लागली
लोमडी नाचाया लागली
का?, का?, का?, का?, का?, का?,
पाव वातड होवाये लागलं
मिसळ इटाया लागली
राजकारण कुथाईने लागलं
का?, का?, का?, का?, का?, का?
प्रतिक्रिया
9 Mar 2016 - 4:19 pm | अभ्या..
न राखल्याने
9 Mar 2016 - 6:23 pm | माहितगार
!
9 Mar 2016 - 7:13 pm | जव्हेरगंज
एवढंच ?