शतदाप्रेमकरावे in जे न देखे रवी... 28 Mar 2013 - 10:43 am तू देउन गेला जाता दु:खाचा निळासा भार स्वप्नांच्या वाटेवर दाटला गडद अंधार हे जगणे अडले येथे तू जेथे सोडली साथ ... चाचपडत शोधतो आहे सुखाचा मोडका हात ! -अनिल बिहाणी. कवि ग्रेस यांना भावपूर्ण श्रद्धांजली !!! कवितासाहित्यिक प्रतिक्रिया श्रद्धांजली!! 28 Mar 2013 - 11:01 am | मिसळलेला काव्यप्रेमी कवि ग्रेस यांना भावपूर्ण श्रद्धांजली !!! __/\__ अनिल .. 28 Mar 2013 - 1:53 pm | गणेशा अनिल .. मस्त कविता.. सुखाचा मोडका हात आणि दु:खाचा निळासा भार दोन्ही कल्पना उत्तम.. __/\__ 28 Mar 2013 - 2:00 pm | अत्रुप्त आत्मा __/\__ छान भावपूर्ण कविता. 31 Mar 2013 - 3:20 pm | गंगाधर मुटे छान भावपूर्ण कविता.
प्रतिक्रिया
28 Mar 2013 - 11:01 am | मिसळलेला काव्यप्रेमी
कवि ग्रेस यांना भावपूर्ण श्रद्धांजली !!!
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28 Mar 2013 - 1:53 pm | गणेशा
अनिल ..
मस्त कविता..
सुखाचा मोडका हात
आणि दु:खाचा निळासा भार दोन्ही कल्पना उत्तम..
28 Mar 2013 - 2:00 pm | अत्रुप्त आत्मा
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31 Mar 2013 - 3:20 pm | गंगाधर मुटे
छान भावपूर्ण कविता.