प्रकाश घाटपांडे in जे न देखे रवी... 18 Apr 2009 - 7:54 am आरं ह्याऽलू - फोन न्हाऽई उचलत... म्हजी गोधडीतच हायेस. अज्जुक? टाईम झाला तरी कालवान गरम कर. नाहीत मंग खाशील बोलनी समद्यांवानी टुकड्याच्या येळी बोंब मारली म्हनून.. विडंबनविरंगुळा प्रतिक्रिया ज ब रा 18 Apr 2009 - 8:00 am | दशानन =)) ज ब रा हॅ हॅ हॅ 18 Apr 2009 - 9:41 am | अवलिया हॅ हॅ हॅ :D --अवलिया हॅहॅहॅ 18 Apr 2009 - 9:46 am | प्रकाश घाटपांडे हॅहॅहॅ मला माहितिये तू दाताड काडनार नाहिये पन टवका उडाल्याची आठवन द्यावी म्हनुन पिंग दिली प्रकाश घाटपांडे आमच्या अनुदिनीत जरुर डोकवा. खी खी 18 Apr 2009 - 9:51 am | अवलिया खी खी खी मला माहित्येय तु पिंग कर्नार हायस म्हुन टवका शिमिट्नी अगुदरच भरला व्हता --अवलिया मजा आहे 18 Apr 2009 - 8:15 pm | धनंजय :-D मजा आहे. :) 18 Apr 2009 - 8:33 pm | प्रा.डॉ.दिलीप बिरुटे मस्त ! :)
प्रतिक्रिया
18 Apr 2009 - 8:00 am | दशानन
=))
ज ब रा
18 Apr 2009 - 9:41 am | अवलिया
हॅ हॅ हॅ :D
--अवलिया
18 Apr 2009 - 9:46 am | प्रकाश घाटपांडे
हॅहॅहॅ
मला माहितिये
तू दाताड काडनार नाहिये
पन टवका उडाल्याची
आठवन द्यावी
म्हनुन पिंग दिली
प्रकाश घाटपांडे
आमच्या अनुदिनीत जरुर डोकवा.
18 Apr 2009 - 9:51 am | अवलिया
खी खी खी
मला माहित्येय
तु पिंग कर्नार हायस
म्हुन टवका शिमिट्नी
अगुदरच भरला व्हता
--अवलिया
18 Apr 2009 - 8:15 pm | धनंजय
:-D
मजा आहे.
18 Apr 2009 - 8:33 pm | प्रा.डॉ.दिलीप बिरुटे
मस्त ! :)