बिपीन सुरेश सांगळे in जे न देखे रवी... 6 Sep 2022 - 8:23 am गणेशवंदना ------------- सृष्टीचा तू एक नियंता लंबोदरा तू एकदंता मोरया मोरया बुद्धिदाता वरदायका संकटमोचका विनायका प्रसन्न प्रेमळ भगवंता मोरया मोरया आनंदे नर्तन करिशी भक्ता हृदयी धरिशी कृपा असावी अनंता मोरया मोरया ------------------ festivalsहे ठिकाण प्रतिक्रिया यावेळी गलेमामध्ये सहभाग घेऊ 6 Sep 2022 - 8:24 am | बिपीन सुरेश सांगळे यावेळी गलेमामध्ये सहभाग घेऊ शकलो नाही , पण गणेशाचरणी माझेही एक पुष्प . सुंदर 6 Sep 2022 - 8:45 am | कर्नलतपस्वी आवडले. कर्नलजी अन इतर वाचक - आभार 7 Sep 2022 - 10:41 pm | बिपीन सुरेश सांगळे कर्नलजी अन इतर वाचक - आभार छान 9 Sep 2022 - 1:39 pm | सागरसाथी आवडली सुंदर रचना....आवडली 9 Sep 2022 - 7:13 pm | बाजीगर हे हेरंब लंबोदरा रत्नजडी फरा वरदहस्त धरा नमू पायी।। हे असूरकंदना करु गीतवंदना अर्पू पुष्पचंदना नमू पायी।। हे गणनायका बुद्धिदायका अष्टविनायका नमू पायी।। नमो एकदंता तूच भगवंता आदी अनंता नमू पायी।। हे कला च्या ईश्वरा गणेश गुणेश्वरा शरण बाजीगरा तुझ्या पायी।। दोन्ही कविता छान आहेत. 12 Sep 2022 - 12:08 pm | पाषाणभेद दोन्ही कविता छान आहेत. छान रचना ! आवडली ! 12 Sep 2022 - 12:42 pm | चौथा कोनाडा छान रचना ! आवडली !
प्रतिक्रिया
6 Sep 2022 - 8:24 am | बिपीन सुरेश सांगळे
यावेळी गलेमामध्ये सहभाग घेऊ शकलो नाही , पण गणेशाचरणी माझेही एक पुष्प .
6 Sep 2022 - 8:45 am | कर्नलतपस्वी
आवडले.
7 Sep 2022 - 10:41 pm | बिपीन सुरेश सांगळे
कर्नलजी अन इतर वाचक - आभार
9 Sep 2022 - 1:39 pm | सागरसाथी
आवडली
9 Sep 2022 - 7:13 pm | बाजीगर
हे हेरंब लंबोदरा
रत्नजडी फरा
वरदहस्त धरा
नमू पायी।।
हे असूरकंदना
करु गीतवंदना
अर्पू पुष्पचंदना
नमू पायी।।
हे गणनायका
बुद्धिदायका
अष्टविनायका
नमू पायी।।
नमो एकदंता
तूच भगवंता
आदी अनंता
नमू पायी।।
हे कला च्या ईश्वरा
गणेश गुणेश्वरा
शरण बाजीगरा
तुझ्या पायी।।
12 Sep 2022 - 12:08 pm | पाषाणभेद
दोन्ही कविता छान आहेत.
12 Sep 2022 - 12:42 pm | चौथा कोनाडा
छान रचना ! आवडली !