रात्रीच्या निळ्याशार डोहात डुंबताना
विसरते मी दिवसभराचे सर्व कष्ट
तुझ्या सर्व आठवणींची लक्तरे फेकुन द्यावीशी वाटतात
पण तुझ्या आठवणीच त्या तुझ्यासारख्याच निर्लज्ज
सारख्या येतच राहतात दु:खाच्या डागण्या देतच राहतात
जिथे तु अहंकारापायी बाई म्हणुन स्वत:च्या आईचाही तिरस्कार करु शकतोस
तिथे दुसर्या बायकांची काय बिशाद
तरीही तुझ्याकडुन सन्मानाची वेडी आशा केलीच मी
आणि तुझ्या मुळ स्वभावापायी ती पायदळी तुडवलीच तु
तरीही जा तुला माफ केले
कारण एक आई दुसर्या आईच्या कुसेचा अवमान करुच शकत नाही..
प्रतिक्रिया
6 Dec 2015 - 3:05 pm | माहितगार
पोचली + भावली
6 Dec 2015 - 3:10 pm | चाणक्य
तेवढं ते 'त्र' चं जमवाच एकदा. आजकाल 'ञ' चा वापर फारच व्हायला लागलाय.
6 Dec 2015 - 3:49 pm | कविता१९७८
मी मराठीसाठी स्वरचक्र वापरते त्यात ञ असाच आहे :(
6 Dec 2015 - 4:57 pm | चांदणे संदीप
मिंग्लीश वापरून पहा एकदा!
Minglish - By Hapus Labs
6 Dec 2015 - 10:39 pm | चाणक्य
मोबाईलवरून टाईप करत असाल तर एनीसाॅफ्ट कीपॅड आहे, तो पण चांगला आहे.
6 Dec 2015 - 3:20 pm | मितान
चांगली कविता.
6 Dec 2015 - 3:48 pm | कविता१९७८
सर्वाना धन्यवाद.
6 Dec 2015 - 3:50 pm | एक एकटा एकटाच
मस्त
चाबुक
6 Dec 2015 - 3:51 pm | अजया
कविता आवडली.
6 Dec 2015 - 6:00 pm | पद्मश्री चित्रे
आवडली कविता .
6 Dec 2015 - 10:37 pm | भुमी
आवडली.
6 Dec 2015 - 10:46 pm | अत्रुप्त आत्मा
छान.
6 Dec 2015 - 10:52 pm | प्रीत-मोहर
Avadli Kavita
6 Dec 2015 - 11:03 pm | स्रुजा
आवडली !
7 Dec 2015 - 1:08 am | कवितानागेश
छान.
7 Dec 2015 - 10:56 am | पिशी अबोली
छान लिहिलियेस.
7 Dec 2015 - 10:57 am | पालीचा खंडोबा १
छान
7 Dec 2015 - 11:43 am | दमामि
सुरेख!
7 Dec 2015 - 11:47 am | पद्मावति
सुंदर!
7 Dec 2015 - 11:49 am | सस्नेह
छान.
7 Dec 2015 - 12:00 pm | पियुशा
मस्त !
7 Dec 2015 - 12:06 pm | नीलमोहर
छान लिहीलेय.
7 Dec 2015 - 12:15 pm | रातराणी
कविता कविता आवडली :)
7 Dec 2015 - 4:19 pm | नूतन सावंत
Surekh kavita.
7 Dec 2015 - 5:14 pm | Maharani
सुरेख कविता..
7 Dec 2015 - 10:43 pm | पैसा
कविता आवडली.
8 Dec 2015 - 6:13 pm | स्वाती राजेश
मनाला भावली तुझी कविता...:)
9 Dec 2015 - 8:38 pm | इन कम
+१
10 Dec 2015 - 9:44 pm | मदनबाण
छान...
मदनबाण.....
आजची स्वाक्षरी :-'Hegemony of Western media has to end' - Arnab Goswami at RT conference
10 Dec 2015 - 10:05 pm | मांत्रिक
छान!!!!
आजची स्वाक्षरीः रात्र काळी घागर काळी यमुनाजळेही काळी वो माये...
बुंथ काळी बिलवर काळी गळा मोती येकावळी काळी वो माये..
http://m.youtube.com/watch?v=_42M2-IDnzQ
10 Dec 2015 - 10:05 pm | मांत्रिक
छान!!!!
आजची स्वाक्षरीः रात्र काळी घागर काळी यमुनाजळेही काळी वो माये...
बुंथ काळी बिलवर काळी गळा मोती येकावळी काळी वो माये..
http://m.youtube.com/watch?v=_42M2-IDnzQ
10 Dec 2015 - 10:13 pm | मांत्रिक
10 Dec 2015 - 10:14 pm | मांत्रिक
10 Dec 2015 - 10:14 pm | मांत्रिक
11 Dec 2015 - 3:59 pm | इशा१२३
छान कविता!
11 Dec 2015 - 4:18 pm | कपिलमुनी
छान आहे
पण कविता म्हणावे का असा प्रश्न पडलाय ?