कहर in जे न देखे रवी... 5 Mar 2015 - 6:01 pm जिथे राहिले भग्न अवशेष बाकी वदे कोण त्या राउळाची कथा .. पुजारी म्हणे ओळखीचे पुरावे न ओळखे परी देवतेची व्यथा ... --- कहर करुणचारोळ्या प्रतिक्रिया सुन्दर - चित्रही आणि त्यावरचे 5 Mar 2015 - 6:45 pm | शेखरमोघे सुन्दर - चित्रही आणि त्यावरचे काव्यही! कुठे आहे हे स्थळ? देवतेची व्यथा -- सुंदर. 5 Mar 2015 - 8:12 pm | सौन्दर्य देवतेची व्यथा -- सुंदर. सरस रे ! 5 Mar 2015 - 9:19 pm | अत्रुप्त आत्मा सरस रे ! भग्न झाल्या राउळी हि 6 Mar 2015 - 11:44 am | निनाद जोशी भग्न झाल्या राउळी हि देव जरासा हासला म्हणे येथे जन्मलेला रामही वनी वासला.... यातना नशिबातली सर्वा सहावी लागते त्याविना कोणासही देवत्व नाही लाभते..... चिरा फक्त लेवूनी राऊळ बोले 6 Mar 2015 - 12:37 pm | पद्मश्री चित्रे चिरा फक्त लेवूनी राऊळ बोले कालात सारे वैभव निमाले तरी अंकुरे येथ आयुष्य पुन्हा जणू देव पानांतुनी बोलव कविता फोटो आणि निनाद , 6 Mar 2015 - 2:29 pm | चुकलामाकला कविता फोटो आणि निनाद , पद्मश्री यान्ची भर सर्व सुन्दर! कुसुमाग्रजान्ची मुर्तीभन्जक 6 Mar 2015 - 2:30 pm | चुकलामाकला कुसुमाग्रजान्ची मुर्तीभन्जक आठ्वली.
प्रतिक्रिया
5 Mar 2015 - 6:45 pm | शेखरमोघे
सुन्दर - चित्रही आणि त्यावरचे काव्यही! कुठे आहे हे स्थळ?
5 Mar 2015 - 8:12 pm | सौन्दर्य
देवतेची व्यथा -- सुंदर.
5 Mar 2015 - 9:19 pm | अत्रुप्त आत्मा
सरस रे !
6 Mar 2015 - 11:44 am | निनाद जोशी
भग्न झाल्या राउळी हि
देव जरासा हासला
म्हणे येथे जन्मलेला
रामही वनी वासला....
यातना नशिबातली
सर्वा सहावी लागते
त्याविना कोणासही
देवत्व नाही लाभते.....
6 Mar 2015 - 12:37 pm | पद्मश्री चित्रे
चिरा फक्त लेवूनी राऊळ बोले
कालात सारे वैभव निमाले
तरी अंकुरे येथ आयुष्य पुन्हा
जणू देव पानांतुनी बोलव
6 Mar 2015 - 2:29 pm | चुकलामाकला
कविता फोटो आणि निनाद , पद्मश्री यान्ची भर सर्व सुन्दर!
6 Mar 2015 - 2:30 pm | चुकलामाकला
कुसुमाग्रजान्ची मुर्तीभन्जक आठ्वली.