(ए, बैठ ना जरासा)

ज्ञानोबाचे पैजार's picture
ज्ञानोबाचे पैजार in जे न देखे रवी...
8 Jul 2017 - 1:33 pm

पेरणा

ए, बैठ ना जरासा, मीठी मीठी करेंगे बाते,
अभी तू आता नई रे, पहेले इधरीच गुजारता राते,

वो पक्या गया कल, मेरेको बहोत बेइज्जत करके,
दिखा दो सालेको औकात, दो चार फटके मारके,

समझताहै मुझको भी, बहोत देर हो गयी है,
चलना भुर्जीपाव खायेंगे, बहोतही भुख लगी है,

पैले बोतता था, रानी तूम रोज मेरे ख्वाब मे आती हो,
लेकीन आजकल तो तुम, किसी और पास ही जाते हो,

चौराहेपे खडे रहे रहे के, गुजर जाती है सारी सारी रात,
आजकल सब दूर से जाते है, कोई लगाता नही मेरेको हाथ,

मेरेको अभी बी याद है, तेरे सीने के वो घने काले बाल,
एक बार सर रखना है मुझे उनमे, चाहे फीर मत आना साल दो साल,

पैजारबुवा,

कविता माझीप्रेमकाव्य

प्रतिक्रिया

काय गंभीर विडंबन केलंय हो!

मुक्त विहारि's picture

8 Jul 2017 - 2:20 pm | मुक्त विहारि

पैजार बुवांची लेखणी आम्हाला तरी निराश करत नाही.....

वकील साहेब's picture

10 Jul 2017 - 12:32 pm | वकील साहेब

कविते इतकेच विडंबन देखील आवडले. झकास

पद्मावति's picture

10 Jul 2017 - 1:09 pm | पद्मावति

काय गंभीर विडंबन केलंय हो!

खरंय अगदी :(

आवडले हे वेगळे सांगायला नकोच.

जेनी...'s picture

10 Jul 2017 - 5:00 pm | जेनी...

पैबु काका खुप छान ...

शार्दुल_हातोळकर's picture

11 Jul 2017 - 12:59 am | शार्दुल_हातोळकर

खासच हो पैजारबुवा ! :-)

प्राची अश्विनी's picture

12 Jul 2017 - 8:11 am | प्राची अश्विनी

सुरेख !

पाषाणभेद's picture

30 Mar 2019 - 2:07 pm | पाषाणभेद

ओ हो हो....
प्रत्यक्षाहूनी प्रतीमा उत्कट!!!
सत्य परिस्थिती.