रात्रवेड

पथिक's picture
पथिक in जे न देखे रवी...
20 Sep 2016 - 11:18 am

घे तुझ्या पाकळ्यांत मिटून रात्री मला
दे तुझ्या चांदण्यात मिसळून रात्री मला
गूढ तुझ्या प्रांती विहरतो बैरागी वारा
दे त्याच्या पंखावर बसवून रात्री मला
विराट तुझ्या मौनाचा अथांगला डोह
या अथांग डोहात दे बुडवून रात्री मला
तुझ्या काळ्या मातीतून उगवतो उद्याचा सूर्य
उद्या उगविण्यासाठी घे रुजवून रात्री मला

कविता

प्रतिक्रिया

रातराणी's picture

20 Sep 2016 - 11:35 am | रातराणी

मस्त!

प्रभास's picture

20 Sep 2016 - 11:38 am | प्रभास

मस्त!!!!

जव्हेरगंज's picture

20 Sep 2016 - 3:07 pm | जव्हेरगंज

जबर!!!

निनाव's picture

20 Sep 2016 - 8:43 pm | निनाव

+१

एक एकटा एकटाच's picture

20 Sep 2016 - 8:46 pm | एक एकटा एकटाच

वाह

शिव कन्या's picture

20 Sep 2016 - 10:51 pm | शिव कन्या

.....झाडात पुन्हा उगवाया.....
ग्रेस आठवले.

पथिक's picture

21 Sep 2016 - 2:48 pm | पथिक

सर्वांना धन्यवाद!

सचिन चौगुले's picture

21 Sep 2016 - 5:18 pm | सचिन चौगुले

मस्त