शायरी ...

चिनार's picture
चिनार in जे न देखे रवी...
23 Jun 2014 - 9:53 am

१. तेरे जाने का असर कुछ ऐसा हुआ मुझपे ,
के तुझे धून्डते धून्डते मैने खुदको खो दिया !
और जब खुदको धून्डने निकला, ,
तो हर जगह सिर्फ तेरा चेहरा नजर आया ! !

२. तेरी आखो में खोकर कई ख्वाब देख लीये मैने ,
तेरी सांसो में मिलकर एक जिंदगी जी ली मैने ,
अब ना तेरी आखे है ,
ना तेरी सांसे है, ,
ना कोई ख्वाब है ,,
बस्स एक जिंदगी है…. जो पिछा नही छोडती ! !

३.तेरा ना मिलना तनहाई से क्या कम था ,
के अब जीने से मै घबराऊ ?
तनहा जिंदगी नरक से क्या कम थी ,
के अब मरने से मै घबराऊ ??

गझल

प्रतिक्रिया

अनुप ढेरे's picture

23 Jun 2014 - 12:35 pm | अनुप ढेरे

मजा नाही आली.

इतर भाषांमधील साहित्यही चालतं का मिपावर?