अबोल प्रीत बोलली...

K Sangeeta's picture
K Sangeeta in जे न देखे रवी...
18 Aug 2013 - 10:44 pm

मिहीत रात्र रंगली
कमल पुष्पे फुलली...

अबोल प्रीत बोलली
हळूच गाली हसली...

नभी धुंद चांदणे
फुलाफुलांत हिंडले...

प्रीत आपुली पहिली
अबोल प्रीत बोलली ...

नवे रंग उमटले
अश्रु पुसून गेले...

उगवली पहाट
थांबली चंद्रकोर...

विसावली सागरी
झोपली गाढ कुशीत...

विसरली निळ्या आभाळास
अबोल प्रीत बोलली...
अबोल प्रीत बोलली...

कविता

प्रतिक्रिया

कवितानागेश's picture

19 Aug 2013 - 7:24 am | कवितानागेश

छान.

झंम्प्या's picture

19 Aug 2013 - 8:04 am | झंम्प्या

खरच छान...

दत्ता काळे's picture

19 Aug 2013 - 9:59 am | दत्ता काळे

छान

अमोल केळकर's picture

19 Aug 2013 - 11:09 am | अमोल केळकर

मस्त :)

अमोल केळकर

K Sangeeta's picture

20 Aug 2013 - 10:27 pm | K Sangeeta

thanks a lot everyone:)

मिसळलेला काव्यप्रेमी's picture

20 Aug 2013 - 11:44 pm | मिसळलेला काव्यप्रेमी

छान कविता

पाषाणभेद's picture

21 Aug 2013 - 4:34 am | पाषाणभेद

फारच छान

psajid's picture

22 Aug 2013 - 11:49 am | psajid

छान आहे

K Sangeeta's picture

23 Aug 2013 - 10:39 pm | K Sangeeta

Thanks:)

किसन शिंदे's picture

23 Aug 2013 - 10:50 pm | किसन शिंदे

फार सुंदर आहे कविता.

अत्रुप्त आत्मा's picture

23 Aug 2013 - 11:35 pm | अत्रुप्त आत्मा

http://www.easyfreesmileys.com/smileys/free-happy-smileys-195.gif

K Sangeeta's picture

25 Aug 2013 - 12:39 am | K Sangeeta

Thanks a lot everyone :)

जेनी...'s picture

25 Aug 2013 - 2:22 am | जेनी...

मिहीत रात्र रंगली
कमल पुष्पे फुलली...

अबोल प्रीत बोलली
हळूच गाली हसली...

नभी धुंद चांदणे
फुलाफुलांत हिंडले...

प्रीत आपुली पहिली
अबोल प्रीत बोलली ...

इथपर्यंत आवडली ... पूढे मात्र यमक जाम गंडलय

सुंदर कविता! मिहीत या शब्दाचा अर्थ कळू शकेल का? धन्यवाद!