'परत तेच! मुद्दाम करतेय का?'
पुढच्याच टेबलवर पाठमोरं बसलेल्या तिने तीनदा वळून त्याच्याकडे, आणि नजरभेट होताच मागे विमानतळाकडे पाहिलं होतं, मग मान वळवून घेतली होती.
तिशीच्या आसपासचा आकर्षक चेहेरा आणि बांधा. डोळ्यांत धास्ती होती का?
'विचारावं का मदत हवीय का म्हणून? नकोच, खरंच कुणाची वाट पहात असेल.’ पुन्हा लॅपटॉपकडे वळला.
तेवढ्यात पुन्हा ती वळलेली जाणवली, पुन्हा त्याला अडखळून नजर पलिकडे मागे!
आता मात्र लॅपटॉप बंद करून तो उठला.
इतक्यात तीही आनंदाने उठली आणि पुढून येणार्या अवाढव्य शरीराच्या तरूणाला "किती उशीर?" म्हणत तिने आवेगाने मिठीत घेतलं.
'आयला, काय जोडी आहे?' सुन्नपणे त्याने मान हलवली, 'बरं झालं काही बोललो नाही, थोडक्यात वाचलो!'
प्रतिक्रिया
7 Aug 2015 - 5:07 am | अनन्त अवधुत
लोळलो. पुढच्या भागात तो अवाढव्य तिचा दादा / काका / मामा / बाबा असावा :)
7 Aug 2015 - 10:14 am | जडभरत
मस्तच! एकदम मजेशीर!!!
पुढच्या भागात तो अवाढव्य तिचा दादा / काका / मामा / बाबा असावा :) सहमत!!!
7 Aug 2015 - 10:18 am | जडभरत
+१
अरेच्चा हे जोडायचंच राहिलं.
7 Aug 2015 - 5:20 am | प्यारे१
+१
7 Aug 2015 - 8:41 am | अमृत
हा हा हा
7 Aug 2015 - 9:14 am | dadadarekar
.
7 Aug 2015 - 9:20 am | एस
हुश्श! जुन्या दिवसांची आठवण झाली. असा बर्याचदा वाचलोय! ;-)
7 Aug 2015 - 9:26 am | ब़जरबट्टू
अय्यॊ रामा ..
7 Aug 2015 - 9:43 am | टवाळ कार्टा
+१
7 Aug 2015 - 9:44 am | मितान
:))
मस्त !
7 Aug 2015 - 10:02 am | नाखु
वाचल्याने वाचलो का वाचतोय तेच कळेना !!!
स दा गोंधळी नाखु
7 Aug 2015 - 10:09 am | प्राची अश्विनी
+११
7 Aug 2015 - 10:17 am | सौंदाळा
+१
7 Aug 2015 - 11:00 am | असा मी असामी
+१
7 Aug 2015 - 11:05 am | अविनाश पांढरकर
+१
7 Aug 2015 - 12:52 pm | चिगो
+१ खुसखुशीत..
7 Aug 2015 - 12:54 pm | डॉ सुहास म्हात्रे
+१
मस्त !
7 Aug 2015 - 1:38 pm | मास्टरमाईन्ड
हसून हसून लोळून वारलो.
एकदम बरोब्बर
7 Aug 2015 - 1:49 pm | जगप्रवासी
हसून हसून पुरेवाट झाली.
7 Aug 2015 - 1:59 pm | शलभ
+१
7 Aug 2015 - 3:12 pm | बोका-ए-आझम
+१
7 Aug 2015 - 3:18 pm | सोनल परब
+१
7 Aug 2015 - 3:29 pm | gogglya
+१ असे किस्से वाचाल तर वाचाल..
7 Aug 2015 - 4:18 pm | खटपट्या
+१
7 Aug 2015 - 4:20 pm | मुक्त विहारि
+१ साधी सरळ कथा
आणि
+१ पुढच्या भागासाठी
7 Aug 2015 - 8:01 pm | बहिरुपी
+१
8 Aug 2015 - 12:31 am | मी-सौरभ
छान
8 Aug 2015 - 9:50 am | टुंड्रा
+1
8 Aug 2015 - 10:29 am | नीलमोहर
'थोडक्यात वाचलो' साठी !!
8 Aug 2015 - 10:32 am | पैसा
+१
=)) मस्त खुसखुशीत आहे!
8 Aug 2015 - 10:59 am | विवेकपटाईत
+ १
8 Aug 2015 - 1:56 pm | नूतन सावंत
ह्ह्पुवा
+१.
8 Aug 2015 - 2:32 pm | तुमचा अभिषेक
+१
8 Aug 2015 - 4:22 pm | एक एकटा एकटाच
+१
8 Aug 2015 - 6:11 pm | रेवती
+१
9 Aug 2015 - 12:26 am | अन्या दातार
+१
9 Aug 2015 - 1:33 am | सुहास झेले
+१
9 Aug 2015 - 9:21 am | अजया
+१
9 Aug 2015 - 12:39 pm | चांदणे संदीप
+1
10 Aug 2015 - 11:17 am | बबन ताम्बे
नवरा माझा नवसाचा या चित्रपटातील प्रसंग आठवला. :-)
13 Aug 2015 - 6:24 pm | पद्मावति
+१
13 Aug 2015 - 7:23 pm | टिवटिव
+१