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"भयग्रस्त जाहलो आहे भयमुक्त जाहलो आहे " |
कैलास गायकवाड |
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ऐसा भूमीवरी कोणी नाही झाला |
ganeshpavale |
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शिववंदना |
ganeshpavale |
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छावा |
ganeshpavale |
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वरूणराजाचे आगमन |
यल्लप्पा सट्वजी... |
0 |
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मनात माझ्या |
विदेश |
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चित्रकार पिंटू [बालकविता] |
विदेश |
4 |
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अनमोल ते सारे |
ganeshpavale |
2 |
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किणारा अन् लाट |
यल्लप्पा सट्वजी... |
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स्मायली जीवन माझे |
अत्रुप्त आत्मा |
29 |
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चिंब |
अर्व |
12 |
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मलाही कविता सुचली |
दमामि |
29 |
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बाटली आणि दारू..... |
माम्लेदारचा पन्खा |
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प्रेम |
परी१२३४५ |
12 |
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आजारपण |
यल्लप्पा सट्वजी... |
11 |
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न न न कविता |
विवेकपटाईत |
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मुठठा माई (विडंबन) |
गरजू पाटिल. |
6 |
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रेल्वे पोलीस |
यल्लप्पा सट्वजी... |
12 |
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विरहणी आणि वीज |
विवेकपटाईत |
1 |
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सुट्टी म्हणजे -[बालकविता] |
विदेश |
3 |
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बरेच दिवस झाले, ट्रेक झाला नाही |
वेल्लाभट |
10 |
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कुणी जाल का |
मित्रहो |
5 |
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कल्चर इट स्त्राटेजी फॉर ब्रेकफास्ट |
पगला गजोधर |
12 |
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अमराईतला निवडुंग, |
ज्ञानोबाचे पैजार |
14 |
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२. नको बोलु बाबा काही |
गणेशा |
15 |
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छोटू सरदार- (बालकविता) |
विदेश |
8 |
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करार |
ज्ञानोबाचे पैजार |
6 |
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रातीत लाज ओली |
अर्व |
27 |
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आई..... |
गणेशा |
7 |
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गॅलरीतला पालापाचोळा |
शिव कन्या |
2 |
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पिंक जिव्हारी गर्दुल्ल्याचे नकादु चेण्यापका सके |
शरदिनी |
40 |
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असतेस घरी तू जेव्हा...(विडंबन ) |
Vimodak |
2 |
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डुडुळगावचा गोलंदाज |
शरदिनी |
60 |
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कारुण्याशा |
शरदिनी |
37 |
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मालगाड़ी |
Vimodak |
20 |
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क्षितिज-कुंपण |
Vimodak |
10 |
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'माझा' अभिप्राय |
प्रसाद गोडबोले |
12 |
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कविता - हापूस |
वेल्लाभट |
24 |
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अंध चित्र |
शब्दानुज |
9 |
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माय... |
ऊध्दव गावंडे |
10 |
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मग कळेल मझा...! |
विशाल कुलकर्णी |
13 |
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खातेस घरी तू जेव्हा - (विडंबन) |
विदेश |
0 |
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३. नको येवुस पोरी |
गणेशा |
12 |
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अलविदा मागील वर्ष...... |
निनाद जोशी |
1 |
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शामसुंदर घननिळा...... |
निनाद जोशी |
4 |
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(सुचत नाही....) |
चुकलामाकला |
7 |
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कधी येईल आठवण माझी ..... |
psajid |
1 |
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क्षणभंगुरता |
माम्लेदारचा पन्खा |
14 |
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शिवराय बोलले आज |
वेल्लाभट |
28 |
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विश्वास आजूबाजूंच्यावरचा |
पगला गजोधर |
0 |
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विश्वास श्वासावरचा |
शब्दानुज |
4 |
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(दाढदिवस) |
रेवती |
48 |
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हं ! ते तुला कधी जमलेय |
खटासि खट |
3 |
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'काका' वदून गेल्या, आता बघेन म्हणतो |
चतुरंग |
48 |
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"धागाप्रसवचळ",अर्थात जिल्बिकंडशमनमठ्ठाझल |
नाखु |
7 |
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आईशप्पथ.........!!!! |
एक एकटा एकटाच |
3 |
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अनुत्तरीत प्रश्न |
झंम्प्या |
4 |
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सावधान! मगरमच्छी अश्रू |
विवेकपटाईत |
2 |
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अंथरुण (कामात बिझी असणाऱ्या मित्रांना) |
Vimodak |
9 |
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अंथरुणातील कामात बिझी असणाऱ्या मित्रांना |
पगला गजोधर |
19 |
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मौनात दडले क्रौर्य |
गणेशा |
13 |
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रात्रप्रवासी |
Vimodak |
5 |
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समुद्र |
Vimodak |
8 |
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राख |
Vimodak |
6 |
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ठळक माझी मेहुणी.... |
चुकलामाकला |
47 |
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टु शेक्सपिअर विथ लव |
मिसळलेला काव्यप्रेमी |
9 |
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व्ह्यालेन्टायीन दिन'दिवाणे' |
फुंटी |
10 |
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हेल्मेट |
संजुदा |
6 |
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नेता व्हायचंय एका रात्रीत ? |
संजुदा |
7 |
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रातराणी |
Vimodak |
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