नवे लेखन
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मिसळपाव.कॉमवर प्रकाशित झालेले सर्व प्रकारचे नवीन साहित्य येथे बघता येईल.
प्रकार | लेख | लेखक | प्रतिक्रिया |
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कलादालन | उटी येथील पुष्पप्रदर्शन - काही चित्रे | सर्वसाक्षी | 14 |
जनातलं, मनातलं | "तुझ्या डोक्यावर आलेली बला टोपीने झेलली." | श्रीकृष्ण सामंत | 4 |
जनातलं, मनातलं | आठवणींची निर्मिती. | श्रीकृष्ण सामंत | 5 |
जनातलं, मनातलं | नवा सेवादाता | सरपंच | 39 |
जनातलं, मनातलं | गांधीजींची अहिंसा-उपयुक्तता आणि मर्यादा | चिन्या१९८५ | 61 |
जनातलं, मनातलं | एक ऐतिहासिक घटना: भाग१ : प्रस्तावना | ऋषिकेश | 33 |
पाककृती | पाककृती हवी आहे.. | मस्त कलंदर | 5 |
जे न देखे रवी... | राधिका | क्रान्ति | 3 |
जनातलं, मनातलं | शालेय विद्यार्थी व कम्प्यूटर प्रोग्रॅमिंग - एक अभिनव प्रयोग | अजय भागवत | 11 |
जनातलं, मनातलं | भटकंती (शेगाव-आनंदसागर) | देवदत्त | 19 |
जनातलं, मनातलं | आमची पिटर्सबर्गची यात्रा | चिन्या१९८५ | 16 |
जनातलं, मनातलं | रूपक ३ ( तात्पर्य) | विजुभाऊ | 11 |
जनातलं, मनातलं | शिवराज्याभिषेक दिन - | मुक्तसुनीत | 15 |
पाककृती | सकिया (६) - स्पायसी मार्गारिटा | नाटक्या | 15 |
जे न देखे रवी... | निसर्ग सोबती | जागु | 1 |
जे न देखे रवी... | प्रिया | विशाल कुलकर्णी | 2 |
जे न देखे रवी... | कोवळीक | विशाल कुलकर्णी | 1 |
जनातलं, मनातलं | असे पाहुणे येती, आणिक स्मृती ठेऊनी जाती... | सुबक ठेंगणी | 0 |
जे न देखे रवी... | राधिका | क्रान्ति | 0 |
जे न देखे रवी... | नाते तुझेमाझे | लवंगीमिरची | 7 |
जे न देखे रवी... | माझं काय चुकलं...? | विशाल कुलकर्णी | 9 |
जे न देखे रवी... | कावळा आणि चिमणी | अनामिक | 13 |
जे न देखे रवी... | प्रणयाचा प्याला...!!! | निमिष सोनार | 1 |
जे न देखे रवी... | मैत्र: जून, जुलै आणि पावसाचे... | निमिष सोनार | 0 |
जे न देखे रवी... | "माय" | विशाल कुलकर्णी | 9 |
जनातलं, मनातलं | अण्णामामा. | चतुरंग | 43 |
जनातलं, मनातलं | ओ.सी.डी. | विनायक प्रभू | 24 |
कलादालन | राणीचा ८० वा वाढदिवस... | केवळ_विशेष | 24 |
पाककृती | पाककृती सांगा | तिमा | 12 |
जनातलं, मनातलं | नारायणगावचा थरार!!! | मस्त कलंदर | 22 |
जनातलं, मनातलं | खेळ जुने-नवे | जागु | 17 |
काथ्याकूट | मन्दी | पर्नल नेने मराठे | 22 |
जनातलं, मनातलं | "आनंदी आनंद गडे!" | श्रीकृष्ण सामंत | 2 |
जनातलं, मनातलं | क्रिप्टीकप्रतिपालक | परिकथेतील राजकुमार | 13 |
जे न देखे रवी... | बाकी आहे..... | उदय सप्रे | 5 |
जे न देखे रवी... | पाहायचं आहे | जागु | 9 |
जे न देखे रवी... | मनात वसलेला गुलमोहर | क्रान्ति | 16 |
जे न देखे रवी... | टाहो | अरुण वडुलेकर | 6 |
जनातलं, मनातलं | अदभुत | परिकथेतील राजकुमार | 52 |
जे न देखे रवी... | वांड्गनिश्चय | जागु | 2 |
काथ्याकूट | ओळखा पाहु,,,, | शार्दुल | 22 |
जे न देखे रवी... | || शिवराज्याभिषेक || | मनीषा | 8 |
जनातलं, मनातलं | कवितांचे मंचीय (नृत्य - नाट्यात्मक) अविष्कार : | भडकमकर मास्तर | 38 |
जनातलं, मनातलं | इनोबाच्या डायरीतून... | इनोबा म्हणे | 41 |
जे न देखे रवी... | एका लग्न समारंभाची सफर (भाग ४ अंतिम) | जागु | 15 |
जनातलं, मनातलं | गीता, पुल, आणि कोसंबी | चित्रा | 17 |
जनातलं, मनातलं | भडकमकरांचे करीअर गायडंस वर्ग ..... भाग ४ ...वसुली एजंट व्हा ... | भडकमकर मास्तर | 23 |
जनातलं, मनातलं | ग्रॅज्युएशन भाग-५ | मीनल | 15 |
पाककृती | लाल भोपळ्याची तुपावरची भाजी. | जागु | 10 |
जनातलं, मनातलं | स्टॅलिनशाही! | आपला अभिजित | 6 |
जनातलं, मनातलं | फॅमिली (२) | अरुण वडुलेकर | 12 |
जे न देखे रवी... | विरह | अरुण वडुलेकर | 1 |
काथ्याकूट | वाचनीय आणि चिंतनीय.. | बहुगुणी | 5 |
जनातलं, मनातलं | ले गई दिल 'दुनिया' जापानकी.. ३ | स्वाती दिनेश | 23 |
जनातलं, मनातलं | "आजचाच दिवस योग्य आहे तुम्हाला तुमच्यासाठी तुतारी विकत घ्यायला" | श्रीकृष्ण सामंत | 2 |
जे न देखे रवी... | चारोळ्या | स्वप्निल मन | 4 |
जनातलं, मनातलं | मराठी माणसाचा तारणहार कोण? | घोडीवाले वैद्य | 6 |
जे न देखे रवी... | वर्णन (तमाशातले सवाल जबाब): पुन्हा लेखन | पाषाणभेद | 0 |
काथ्याकूट | विवाह संस्था व तीचे पावित्र्य | हर्षद आनंदी | 27 |
जे न देखे रवी... | झाले गेले विसरुनी जाऊन | पाषाणभेद | 3 |
जे न देखे रवी... | कसं सांगू ....? | अरुण वडुलेकर | 3 |
जनातलं, मनातलं | जगायचे स्वतःलाच शोधत!!! | निशिगंध | 3 |
जनातलं, मनातलं | कहाणी स्फूर्तिदेवतेची [२] | क्रान्ति | 12 |
काथ्याकूट | मराठ्यांना शिवसेनेने खचविले | टायगर | 8 |
जे न देखे रवी... | पत्रांमधुनी | क्रान्ति | 12 |
जे न देखे रवी... | आली पन्नाशी! | बहुगुणी | 21 |
जनातलं, मनातलं | "मला तुझ्यावर भरवंसा आहे." चार जादूचे शब्द. | श्रीकृष्ण सामंत | 9 |
काथ्याकूट | पुण्यात धर्मांतर | गणा मास्तर | 27 |
जे न देखे रवी... | लाज | ऋषिकेश | 17 |
जनातलं, मनातलं | नाती गोती-२ | विनायक प्रभू | 11 |