लघु वाल्गुदभारत- भाग २.

बॅटमॅन's picture
बॅटमॅन in जे न देखे रवी...
12 Sep 2012 - 3:10 pm

वाल्गुदसंभवः

अस्त्युत्तरस्यां दिशि *बन्धकात्मा |
स गॉथमो नाम पुराधिराजः |
पूर्वापरौ द्रव्यनिधी विगाह्य |
स्थितः पृथिव्या इव मानदण्डः ||१||

गॉथमीयेषु श्रेष्ठेषु एकं श्रेष्ठतमं कुलम् |
तत्र सः जनितो ब्रूसः खलु वेनकुलोद्भवः ||२||

जीवने शैशवं रम्यं शैशवं धनिनां खलु |
तत्रापि खलु मित्राणि तत्र क्रीडासमुच्चयः ||३||

मातापितरौ आल्फ्रेडो रेचेल् साऽपि तथैव च |
एते एव हि आसन् तद्विश्वे अन्ये न केऽपि च ||४||

(अथैकदा)

असौ अगच्छत् भवनस्य पश्चात् |
वेगेन पादस्खलनेन चास्य |
शीघ्रं गुहायां अपतत् स ब्रूसः |
ठंठंठठंठं ठठठंठठंठः ||५||

(क्रमशः)

* बन्धक=शहर.

अद्भुतरसकथा

प्रतिक्रिया

अत्रुप्त आत्मा's picture

12 Sep 2012 - 3:24 pm | अत्रुप्त आत्मा

उत्तमोत्तमा : ॥

अन्या दातार's picture

12 Sep 2012 - 3:30 pm | अन्या दातार

:)

स्वप्निल घायाळ's picture

12 Sep 2012 - 3:34 pm | स्वप्निल घायाळ

Two Face: "You either die a hero or you live long enough to see yourself become the villain"
Class act...

sagarpdy's picture

12 Sep 2012 - 3:37 pm | sagarpdy

या देवै सर्वभूतेषु बॅटमॅनरूपेण संस्थितः |
नमस्तस्में नमस्तस्में नमस्तस्में नमो नमः ||

प्रचेतस's picture

12 Sep 2012 - 3:46 pm | प्रचेतस

जबरी झालय रे.
मान गये.

विजुभाऊ's picture

12 Sep 2012 - 3:55 pm | विजुभाऊ

एशः गोथॅम नगरस्य वार्तापत्रं............ प्रवाचक वाल्गुदश्रेष्ठ ऋषी बॅटमॅनः
कस्माद कारणेन त्वः संस्क्रुतात ब्रुयसी ?

बॅटमॅन's picture

12 Sep 2012 - 4:04 pm | बॅटमॅन

भो: विजुभ्रातः अहं केवलं स्वेच्छया एव(पठतु: कंडुना) संस्कृतभाषायां ब्रवीमि :)

सूड's picture

12 Sep 2012 - 5:01 pm | सूड

मस्त आहे. पण आम्हाला बुवा रामाभिषेकावेळी पायदंड्यांवरुन आपटत घरंगळत जाणार्‍या सुवर्णघटाचा आवाजच अधिक श्रवणीय वाटतो. ;)

किंवा भोजाच्या बायकोच्या हातातून पडलेल्या सुवर्णकलशाचा ;)

पैसा's picture

12 Sep 2012 - 6:00 pm | पैसा

बॅटमनेन लिखितं काव्यं अति सुंदरं इति!

स्पंदना's picture

13 Sep 2012 - 5:35 am | स्पंदना

बातम्या ऐकल्या सार वाटल जणु.

बॅटमॅन, भारी.

नंदन's picture

13 Sep 2012 - 12:56 pm | नंदन

वाचतो आहे. पु. भा. प्र.

जीवने शैशवं रम्यं शैशवं धनिनां खलु |

+१

प्रसाद गोडबोले's picture

21 Mar 2013 - 12:04 pm | प्रसाद गोडबोले

सुंदर !!