प्राची अश्विनी in जे न देखे रवी... 26 Mar 2019 - 10:02 am मग पुढे असं होतं की .. शब्दांमधलं अंतर वाढत जातं. डोळ्यामधलं पाणी सुकत जातं. ओठावरचं हसू निवत जातं... स्पर्श होतात विसरायला.. आणि भांडणं लागतात आठवायला.. नातं लागतं विरायला.. असं होऊ नये म्हणून भेटायचं.. काॅफी ही निमित्तमात्र.. फ्री स्टाइलकविता प्रतिक्रिया मस्त... 26 Mar 2019 - 12:13 pm | ज्ञानोबाचे पैजार असं होऊ नये म्हणून भेटायचं.. काॅफी ही निमित्तमात्र.. आणि कॉफी पिताना चांगला वचपा काढायचा पैजारबुवा, :) होना! 27 Mar 2019 - 10:56 am | प्राची अश्विनी :) होना! अगदी, अगदी ! 26 Mar 2019 - 3:24 pm | सस्नेह अगदी, अगदी ! ...कॉफी हवीच आता !! काॅफी कट्टा हवाच! 27 Mar 2019 - 10:56 am | प्राची अश्विनी काॅफी कट्टा हवाच! +१ सुंदर ! आवडली ! 26 Mar 2019 - 5:28 pm | चौथा कोनाडा +१ सुंदर ! आवडली ! :) 27 Mar 2019 - 10:57 am | प्राची अश्विनी धन्यवाद! आवडली. 27 Mar 2019 - 11:22 am | यशोधरा आवडली. मस्तच! 28 Mar 2019 - 8:00 am | चांदणे संदीप आवडली. Sandy :) 28 Mar 2019 - 8:48 am | प्रचेतस :) आवडली 28 Mar 2019 - 7:59 pm | स्वलिखित आवडली सुन्दर :) 28 Mar 2019 - 9:05 pm | माझीही शॅम्पेन सुन्दर :) छान! सहज सुंदर मुक्त कविता. 29 Mar 2019 - 2:46 am | सोन्या बागलाणकर छान! सहज सुंदर मुक्त कविता. आवडली चिमुकली कविता :) 29 Mar 2019 - 10:31 am | रातराणी आवडली चिमुकली कविता :) छान. 29 Mar 2019 - 10:53 am | राघव एखादं लग्न झालेलं जोडपं प्लॅन करून डेट वर गेलंय आणि एकमेकांना परत भेटलंय, असं वाटतंय!! ;-) अवांतरः बाकी पुण्यात कॉफी कट्टा असल्यास आपण यायला तयार आहे. [कोण रे तो उगाच रूपालीचं नाव काढून त्रास देतोय...? ;-) ] अतीअवांतरः सरनौबतांना "हमेशा तुमको चहा" नंतर आता "कॉफी काफी है.." असं काहीतरी लिहायला सांगायला हवं! कोण रे तो उगाच रूपालीचं नाव 29 Mar 2019 - 10:57 am | यशोधरा कोण रे तो उगाच रूपालीचं नाव काढून त्रास देतोय. तूच! :D :D :D :D मग काय म्हणतेस गो? 29 Mar 2019 - 11:06 am | राघव :D :D :D मग काय म्हणतेस गो? कट्टा होणार? @प्राची अश्विनी, सॉरी पण तुम्हाला नक्की कोणत्या नावानं हाक मारायची ते जरा कन्फूज होतंय..! पुण्यातील कट्ट्यासाठी 3 धागे 29 Mar 2019 - 11:11 am | यशोधरा पुण्यातील कट्ट्यासाठी 3 धागे काढावे लागतात. ते फक्त नॉन पुणेकर काढतात. 29 Mar 2019 - 11:18 am | प्रचेतस ते फक्त नॉन पुणेकर काढतात. =)) 29 Mar 2019 - 11:41 am | यशोधरा =)) मी फक्त इतिहासाची उजळणी केली. 29 Mar 2019 - 11:42 am | यशोधरा मी फक्त इतिहासाची उजळणी केली. =)) @राघव , प्राची म्हटलं तरी 29 Mar 2019 - 7:09 pm | प्राची अश्विनी @राघव , प्राची म्हटलं तरी चालेल.:) पुढच्या रविवारी [७ एप्रिल] 29 Mar 2019 - 11:34 am | राघव पुढच्या रविवारी [७ एप्रिल] सकाळी ७:३० ला रुपालीला, कॉफी विथ ब्रेकफास्ट आणि गप्पा असा बेत करू शकतो. :-) धागा काढ. 29 Mar 2019 - 11:54 am | यशोधरा धागा काढ. तुझी कविता म्हणजे एक न 29 Mar 2019 - 5:45 pm | यशोधरा तुझी कविता म्हणजे एक न संपणारा प्रेरणास्रोत आहे!! कविता ही निमित्तमात्र.:) 29 Mar 2019 - 7:08 pm | प्राची अश्विनी कविता ही निमित्तमात्र.:) यशोधरा, राघव, रातराणी, सोन्या 29 Mar 2019 - 7:33 pm | प्राची अश्विनी यशोधरा, राघव, रातराणी, सोन्या बागलाणकर, माझीही शॅम्पेन, स्वलिखित, प्रचेतस, sandy .... धन्यवाद! ओके. नो प्रॉब्लेम. 30 Mar 2019 - 9:37 am | पाषाणभेद ओके. नो प्रॉब्लेम. सुंदर!!! प्रेरणादायी.... ;) 30 Mar 2019 - 10:11 am | संजय पाटिल सुंदर!!! प्रेरणादायी.... ;) छान. 30 Mar 2019 - 10:24 am | प्रा.डॉ.दिलीप बिरुटे आवडली कविता. कोणी कोणाचं नसतं. उगाच आपण शब्द, स्पर्श, आणि कॉफीची अपेक्षा करतो. -दिलीप बिरुटे (अलिप्त) अर्रर्र .. 30 Mar 2019 - 5:46 pm | सस्नेह ब्रेकप झाला की काय ? चांगलं सुचतच नै का ?? 30 Mar 2019 - 8:56 pm | प्रा.डॉ.दिलीप बिरुटे ब्रेकप झाला की काय ? का हो, पहिल्यापासूनच का, भोचक चवकश्या करायचा स्वभाव ? ;) -दिलीप बिरुटे (खवचट) छान आवडली कविता 30 Mar 2019 - 1:47 pm | श्वेता२४ इतर मिपाकरांच्याही कविता पडू लागल्या.... ही कविता निमित्तमात्र :) :) 31 Mar 2019 - 7:08 am | प्राची अश्विनी :) आवडली. 30 Mar 2019 - 8:50 pm | गोरगावलेकर आवडली. मस्त ! 31 Mar 2019 - 9:46 am | मदनबाण मस्त ! [थंडाई प्रेमी ] ;) मदनबाण..... आजची स्वाक्षरी :- छम्मा छम्मा बाजे रे मेरी पैजनिया... :- Fraud Saiyaan | 4K | सर्वांना धन्यवाद! 3 Apr 2019 - 5:50 am | प्राची अश्विनी सर्वांना धन्यवाद!
प्रतिक्रिया
26 Mar 2019 - 12:13 pm | ज्ञानोबाचे पैजार
असं होऊ नये म्हणून भेटायचं..
काॅफी ही निमित्तमात्र..
आणि कॉफी पिताना चांगला वचपा काढायचा
पैजारबुवा,
27 Mar 2019 - 10:56 am | प्राची अश्विनी
:)
होना!
26 Mar 2019 - 3:24 pm | सस्नेह
अगदी, अगदी !
...कॉफी हवीच आता !!
27 Mar 2019 - 10:56 am | प्राची अश्विनी
काॅफी कट्टा हवाच!
26 Mar 2019 - 5:28 pm | चौथा कोनाडा
+१ सुंदर ! आवडली !
27 Mar 2019 - 10:57 am | प्राची अश्विनी
धन्यवाद!
27 Mar 2019 - 11:22 am | यशोधरा
आवडली.
28 Mar 2019 - 8:00 am | चांदणे संदीप
आवडली.
Sandy
28 Mar 2019 - 8:48 am | प्रचेतस
:)
28 Mar 2019 - 7:59 pm | स्वलिखित
आवडली
28 Mar 2019 - 9:05 pm | माझीही शॅम्पेन
सुन्दर :)
29 Mar 2019 - 2:46 am | सोन्या बागलाणकर
छान!
सहज सुंदर मुक्त कविता.
29 Mar 2019 - 10:31 am | रातराणी
आवडली चिमुकली कविता :)
29 Mar 2019 - 10:53 am | राघव
एखादं लग्न झालेलं जोडपं प्लॅन करून डेट वर गेलंय आणि एकमेकांना परत भेटलंय, असं वाटतंय!! ;-)
अवांतरः बाकी पुण्यात कॉफी कट्टा असल्यास आपण यायला तयार आहे. [कोण रे तो उगाच रूपालीचं नाव काढून त्रास देतोय...? ;-) ]
अतीअवांतरः सरनौबतांना "हमेशा तुमको चहा" नंतर आता "कॉफी काफी है.." असं काहीतरी लिहायला सांगायला हवं!
29 Mar 2019 - 10:57 am | यशोधरा
तूच! :D
29 Mar 2019 - 11:06 am | राघव
:D :D :D मग काय म्हणतेस गो? कट्टा होणार?
@प्राची अश्विनी, सॉरी पण तुम्हाला नक्की कोणत्या नावानं हाक मारायची ते जरा कन्फूज होतंय..!
29 Mar 2019 - 11:11 am | यशोधरा
पुण्यातील कट्ट्यासाठी 3 धागे काढावे लागतात.
29 Mar 2019 - 11:18 am | प्रचेतस
ते फक्त नॉन पुणेकर काढतात.
29 Mar 2019 - 11:41 am | यशोधरा
=))
29 Mar 2019 - 11:42 am | यशोधरा
मी फक्त इतिहासाची उजळणी केली. =))
29 Mar 2019 - 7:09 pm | प्राची अश्विनी
@राघव , प्राची म्हटलं तरी चालेल.:)
29 Mar 2019 - 11:34 am | राघव
पुढच्या रविवारी [७ एप्रिल] सकाळी ७:३० ला रुपालीला, कॉफी विथ ब्रेकफास्ट आणि गप्पा असा बेत करू शकतो. :-)
29 Mar 2019 - 11:54 am | यशोधरा
धागा काढ.
29 Mar 2019 - 5:45 pm | यशोधरा
तुझी कविता म्हणजे एक न संपणारा प्रेरणास्रोत आहे!!
29 Mar 2019 - 7:08 pm | प्राची अश्विनी
कविता ही निमित्तमात्र.:)
29 Mar 2019 - 7:33 pm | प्राची अश्विनी
यशोधरा, राघव, रातराणी, सोन्या बागलाणकर, माझीही शॅम्पेन, स्वलिखित, प्रचेतस, sandy ....
धन्यवाद!
30 Mar 2019 - 9:37 am | पाषाणभेद
ओके. नो प्रॉब्लेम.
30 Mar 2019 - 10:11 am | संजय पाटिल
सुंदर!!!
प्रेरणादायी....
;)
30 Mar 2019 - 10:24 am | प्रा.डॉ.दिलीप बिरुटे
आवडली कविता.
कोणी कोणाचं नसतं. उगाच आपण शब्द, स्पर्श, आणि कॉफीची अपेक्षा करतो.
-दिलीप बिरुटे
(अलिप्त)
30 Mar 2019 - 5:46 pm | सस्नेह
ब्रेकप झाला की काय ?
30 Mar 2019 - 8:56 pm | प्रा.डॉ.दिलीप बिरुटे
का हो, पहिल्यापासूनच का, भोचक चवकश्या करायचा स्वभाव ? ;)
-दिलीप बिरुटे
(खवचट)
30 Mar 2019 - 1:47 pm | श्वेता२४
इतर मिपाकरांच्याही कविता पडू लागल्या.... ही कविता निमित्तमात्र :)
31 Mar 2019 - 7:08 am | प्राची अश्विनी
:)
30 Mar 2019 - 8:50 pm | गोरगावलेकर
आवडली.
31 Mar 2019 - 9:46 am | मदनबाण
मस्त !
[थंडाई प्रेमी ] ;)
मदनबाण.....
आजची स्वाक्षरी :- छम्मा छम्मा बाजे रे मेरी पैजनिया... :- Fraud Saiyaan | 4K |
3 Apr 2019 - 5:50 am | प्राची अश्विनी
सर्वांना धन्यवाद!