सख्या रे..

प्राची अश्विनी's picture
प्राची अश्विनी in जे न देखे रवी...
14 Jun 2023 - 9:48 am

न्हाऊ कशी सख्या रे
तनु चंद्र जाहलेली
काया अजून आहे
स्पर्शात माखलेली..

न्हाऊ कशी सख्या रे
आताच फूल झाली,
कळी काल मोग-याची
केसांत माळलेली.

न्हाऊ कशी सख्या रे
अंगांग पेटलेले,
ते तेवतात अजुनी
तू दीप लावलेले.

न्हाऊ कशी सख्या रे
मृद्गंध आसपास,
जो कोसळून गेला
पाऊस काल खास.

न्हाऊ कशी सख्या रे
देही चितारलेले,
जे शब्द जाफरानी
ओठी तुझ्या न आले..

शृंगारकविताप्रेमकाव्य

प्रतिक्रिया

कर्नलतपस्वी's picture

14 Jun 2023 - 5:00 pm | कर्नलतपस्वी

कविता मोरपीस सारखी आहे.

सख्या कदाचित असे उत्तर देईल.

धुंद आठवणी त्या
साठव मन कुपीत
सांगू नकोस कोणा
तू कालचे गुपीत

प्राची अश्विनी's picture

15 Jun 2023 - 6:34 am | प्राची अश्विनी

वाह!

तुषार काळभोर's picture

26 Jun 2023 - 12:59 pm | तुषार काळभोर

दुसर्‍या बाजूच्या प्रतिक्षेत..

कर्नलतपस्वी's picture

26 Jun 2023 - 1:29 pm | कर्नलतपस्वी
कर्नलतपस्वी's picture

15 Jun 2023 - 11:17 am | कर्नलतपस्वी

कविता एकांगी वाटते. परवानगी असेल तर दुसरी बाजू डकवतो. तयार आहे.

सख्याचे म्हणणे आहे,विडंबन नाही.

प्राची अश्विनी's picture

15 Jun 2023 - 11:30 am | प्राची अश्विनी

परवानगी कसली त्यात! डकवा की खुशाल. आणि विडंबन असेल तरीही चालेल. सृजनाचंं नेहमीच स्वागत

कर्नलतपस्वी's picture

15 Jun 2023 - 12:46 pm | कर्नलतपस्वी

👍

राजेंद्र मेहेंदळे's picture

15 Jun 2023 - 1:32 pm | राजेंद्र मेहेंदळे

अर्थही लागतोय आणि वृत्तातही चपखल बसतेय. आवडली.

प्राची अश्विनी's picture

16 Jun 2023 - 11:30 am | प्राची अश्विनी

धन्यवाद!

चांदणे संदीप's picture

15 Jun 2023 - 4:50 pm | चांदणे संदीप

आणखी एक सुंदर रचना. सैल असावी मिठी... ची आठवण झाली. :)

सं - दी - प

प्राची अश्विनी's picture

16 Jun 2023 - 11:29 am | प्राची अश्विनी

Thank you. आणि तुमच्या स्मरणशक्तीला सलाम!

तुषार काळभोर's picture

26 Jun 2023 - 1:00 pm | तुषार काळभोर

मलापण आठवण झाली, पण कशाची ते आठवत नव्हतं!

प्राची अश्विनी's picture

27 Jun 2023 - 8:01 am | प्राची अश्विनी

:):)

प्रचेतस's picture

15 Jun 2023 - 8:23 pm | प्रचेतस

सुरेख रचना

प्राची अश्विनी's picture

16 Jun 2023 - 11:29 am | प्राची अश्विनी

प्रचेतस, thanks;)

नको रे असा दूर जाऊ सख्या तू..
सुगंधाविना, मोगरा, पोरका तू..
सांगू कसे, का फुले - रातराणी!!
तुला ना कळे लोचनांची कहाणी..

राजेंद्र मेहेंदळे's picture

16 Jun 2023 - 7:18 pm | राजेंद्र मेहेंदळे

नको रे असा, दूर जाउ वड्या तू
चटणीविना बालका ,पोरका तू
पावाविना डिश का ये हाताशी
तरीही तुला हादडी मी अधाशी!!

प्राची अश्विनी's picture

17 Jun 2023 - 9:59 am | प्राची अश्विनी

अर्र्रर्.:)

प्राची अश्विनी's picture

17 Jun 2023 - 9:59 am | प्राची अश्विनी

राघवा, वा!

चित्रगुप्त's picture

17 Jun 2023 - 4:00 am | चित्रगुप्त

मस्त आहे रचना. 'जाफरानी शब्द' या जाफरानी संकल्पनेबद्दल आमच्याकडून एक जाफरानी तोहफा कुबूल कीजियेगा:

.

प्राची अश्विनी's picture

17 Jun 2023 - 9:58 am | प्राची अश्विनी

शुक्रन|:)

चौथा कोनाडा's picture

17 Jun 2023 - 5:45 pm | चौथा कोनाडा

व्वा, सुंदर ... चित्रदर्शी !

💕 💕 💕

प्राची अश्विनी's picture

25 Jun 2023 - 8:30 pm | प्राची अश्विनी

धन्यवाद!

अवतार's picture

27 Jun 2023 - 12:13 pm | अवतार

अतिशय तरल आणि नेमक्या शब्दांत आशय व्यक्त केला आहे.

प्राची अश्विनी's picture

28 Jun 2023 - 7:17 pm | प्राची अश्विनी

धन्यवाद!

केदार पाटणकर's picture

6 Sep 2023 - 3:02 pm | केदार पाटणकर

लेखन प्रतिभासंपन्न

किल्लेदार's picture

20 Dec 2023 - 10:07 pm | किल्लेदार

न्हाऊन घे सखे तू ...
का अशी आळशी
येतो पुनः निशेला
राहू नको पारोशी...

न्हाऊन घे सखे तू...
दाव थोडी कसोशी
वा मीलनात अपुल्या
उगा शिंकेल माशी...

राघव's picture

20 Dec 2023 - 10:18 pm | राघव

न्हाऊन घ्या दोघेही..
का उगा मखलाशी??
पुनःपुन्हा कशाला..
त्या आंघोळीची काशी!! 😉

राजेंद्र मेहेंदळे's picture

21 Dec 2023 - 11:52 am | राजेंद्र मेहेंदळे

उपाशी, अधाशी, काशी, मखलाशी

शी ची पार काशी केलेय प्रतिसादांनी श्श्शी!!

राघव's picture

21 Dec 2023 - 4:30 pm | राघव

वाह! चांगलंय की!

@किल्लेदार, उपाशी आणि अधाशी वापरायचे राहिलेत हो.. येऊं देत!

स्वगतः त्या प्राचीतैने फोडून काढले नाही म्हणजे मिळवली! ;-)

किल्लेदार's picture

22 Dec 2023 - 1:20 am | किल्लेदार

अरे ते "न्हाऊन" आहे "खाऊन" नव्हे. हे शब्द वापरायचे असतील तर...

खाऊन घे सखे तू...
राहू नको उपाशी
पुरे पोह्यांची बशी
होऊ नको अधाशी ...

शी शी शी !!!
पडल्या-पडल्या उशाशी...
काहीतरीच सुचले मघाशी