सांज वेडी रंगताना

माहीराज's picture
माहीराज in जे न देखे रवी...
9 Oct 2015 - 5:50 pm

सांज वेडी रंगताना याद यावी का तुझी
आस वेडी या मनाची दाट होते त्या क्षणी..।।

राग जुळता या मनाचे दुर होती अंतरे
गीत फुलवी जिवनाचे सुर देती पाखरे
स्वप्न फुलता हे उद्याचे रात वाटे पाहुणी
आस वेडी या मनाची दाट होते त्या क्षणी..।।

चिञ माझे अंतरीचे रंग भरती ही फुले
गंध ओले चंदनाचे अंतरंगी दरवळे
याचवेळी ही अबोली प्रित दाटे या मनी
आस वेडी या मनाची दाट होते त्या क्षणी..।।

सांज वेडी रंगताना याद यावी का तुझी
आस वेडी या मनाची दाट होते त्या क्षणी..।।

प्रेम कविताप्रेमकाव्य

प्रतिक्रिया

मांत्रिक's picture

9 Oct 2015 - 7:01 pm | मांत्रिक

+१११

रातराणी's picture

10 Oct 2015 - 1:16 am | रातराणी

आवडली!

माहीराज's picture

10 Oct 2015 - 10:17 am | माहीराज

धन्यवाद

चांदणे संदीप's picture

11 Oct 2015 - 11:30 am | चांदणे संदीप

माहीराज...

बस एक तुम ही तुम छाये हो तसव्वुरपे..
जरा हटिए कि, और भी खडे है राहोपे!

(पुढल्या वेळी 'त्र' ही नीट काढायचा सराव करून या!)

Sandy

बाबा योगिराज's picture

11 Oct 2015 - 11:35 am | बाबा योगिराज

वल्लाह....

माहीराज's picture

11 Oct 2015 - 11:35 am | माहीराज

नक्कीच

बाबा योगिराज's picture

11 Oct 2015 - 11:34 am | बाबा योगिराज

माहिराज,
आवड्यास.

माहीराज's picture

11 Oct 2015 - 11:44 am | माहीराज

धन्यवाद

बोका-ए-आझम's picture

11 Oct 2015 - 3:19 pm | बोका-ए-आझम

गेयताही आहे या कवितेत! चाल लावण्याचा प्रयत्न करता येईल.

जव्हेरगंज's picture

11 Oct 2015 - 3:21 pm | जव्हेरगंज

आवडेश!

माहीराज's picture

11 Oct 2015 - 9:32 pm | माहीराज

लवकरच या कवितेचे गाण्यात रुपांतर करतोय.

एक एकटा एकटाच's picture

13 Oct 2015 - 6:55 pm | एक एकटा एकटाच

वाह!!!

एक एकटा एकटाच's picture

15 Feb 2016 - 8:38 pm | एक एकटा एकटाच

आज पुन्हा वाचली

पुन्हा आवडली

एकप्रवासी's picture

15 Feb 2016 - 5:43 pm | एकप्रवासी

मस्त आहे कविता....