जुनेरलं नातं...

प्राची अश्विनी's picture
प्राची अश्विनी in जे न देखे रवी...
5 Mar 2024 - 4:56 pm

जुनेरल्या नात्यामध्ये
ऊब गोधडीची;
विरलेले धागे तरी
जर ओळखीची..
जुनेरल्या नात्यामध्ये
अबोल पाऊस;
भिजलेले मन तरी
डोळा ना टिप्पूस..
जुनेरल्या नात्यामध्ये
सल ही जुनीच;
गळाभेट नाही परी
सय नेहमीच..
जुनेरल्या नात्यामध्ये
शब्द हरवले..
जुनेरले नाते आता
मुके मुके झाले..
जुनेरले नाते सख्या
नशिबाचा खेळ..
पाय निघता निघेना
आली निरोपाची वेळ
....
आली निरोपाची वेळ.

कविता

प्रतिक्रिया

चांदणे संदीप's picture

5 Mar 2024 - 6:49 pm | चांदणे संदीप

सुंदर रचना.

सं - दी - प

प्राची अश्विनी's picture

9 Mar 2024 - 1:56 pm | प्राची अश्विनी

धन्यवाद सर!

कर्नलतपस्वी's picture

5 Mar 2024 - 10:00 pm | कर्नलतपस्वी

आवडली.

प्राची अश्विनी's picture

9 Mar 2024 - 1:56 pm | प्राची अश्विनी

धन्यवाद.:)

माहितगार's picture

6 Mar 2024 - 9:13 pm | माहितगार

ओह " आली निरोपाची वेळ." अचानक गंभीर टर्न देणार्‍या या शेवटच्या ओळीसाठी

प्राची अश्विनी's picture

9 Mar 2024 - 1:56 pm | प्राची अश्विनी

Thank you . :)

राजेंद्र मेहेंदळे's picture

6 Mar 2024 - 10:53 pm | राजेंद्र मेहेंदळे

सर्वप्रथम "जुनेरले" ह्या शब्दासाठी अभिनंदन. प्रथमच ऐकला. पण त्यातुन भावना पोचत आहेत.

शेवटचा ट्विस्ट आवडला. खरेच नाते जुनेरले होणे आजकाल नशिबाचा खेळच आहे.......

प्राची अश्विनी's picture

9 Mar 2024 - 1:58 pm | प्राची अश्विनी

खूप खूप धन्यवाद.
जुनेरले हा शब्द माझा नाही. मी फेसबुकवर कुठेतरी वाचला, आवडला आणि इथं वापरला.

कर्नलतपस्वी's picture

7 Mar 2024 - 7:38 am | कर्नलतपस्वी

नेहमीच काहीतरी वेगळं देऊन जातात.

प्रतीपदेची चंद्रकोर बघून सुचलेल्या काही ओळी अर्धवट राहील्या होत्या त्या आज पुर्ण झाल्यासारखे वाटले.

प्राची अश्विनी's picture

9 Mar 2024 - 1:59 pm | प्राची अश्विनी

ती स्वतंत्र कविताघ्च आहे. आणि सुंदर आहे

भागो's picture

20 Mar 2024 - 6:52 am | भागो

आली निरोपाची वेळ.>>
हे खोडून टाका प्लीज.

प्राची अश्विनी's picture

24 Mar 2024 - 10:51 am | प्राची अश्विनी

:).
तसंही असतं कधीकधी.

किसन शिंदे's picture

20 Mar 2024 - 12:09 pm | किसन शिंदे

आशयपूर्ण कविता. अशीच काही जुनेरली नाती आठवली.

प्राची अश्विनी's picture

24 Mar 2024 - 10:51 am | प्राची अश्विनी

धन्यवाद!.