विठोबा

पिशी अबोली's picture
पिशी अबोली in जे न देखे रवी...
5 Jul 2017 - 12:20 pm

विटेवरून उतरून तो आभाळ भरून वाहतो,
माझा सावळा-सुंदर माझ्या एवढ्या जवळ राहतो

...

शब्द शब्द श्यामवर्ण, अर्थरंग ल्याला,
लिहिता काही अक्षर, विठू भेटी आला

....

आषाढीची भक्ती जग खाई दूध तुपाशी
रात्रभरला माझा विठू चांदण्याला उपाशी

विठोबावावर

प्रतिक्रिया

सानझरी's picture

5 Jul 2017 - 12:34 pm | सानझरी

रात्रभरला माझा विठू चांदण्याला उपाशी

वाह.. किती सुंदर लिहिलंस..!!

यशोधरा's picture

5 Jul 2017 - 12:58 pm | यशोधरा

सुर्रेख!

माम्लेदारचा पन्खा's picture

5 Jul 2017 - 1:30 pm | माम्लेदारचा पन्खा

भिडलं !

प्रीत-मोहर's picture

5 Jul 2017 - 2:12 pm | प्रीत-मोहर

आह!! खूप मस्त लिहिलय्स पिशे!!

पद्मावति's picture

5 Jul 2017 - 2:14 pm | पद्मावति

वाह ___/\___

पिशी अबोली's picture

5 Jul 2017 - 6:20 pm | पिशी अबोली

धन्यवाद!

अत्रुप्त आत्मा's picture

5 Jul 2017 - 6:40 pm | अत्रुप्त आत्मा

__/\__ अप्रतीम.

ज्योति अळवणी's picture

5 Jul 2017 - 10:47 pm | ज्योति अळवणी

अप्रतिम

मस्त

जेनी...'s picture

5 Jul 2017 - 11:18 pm | जेनी...

:)

रुपी's picture

5 Jul 2017 - 11:31 pm | रुपी

सुंदर!

पहिली दोन कडवी सहज आलेली आहेत.

>> रात्रभरला माझा विठू चांदण्याला उपाशी

इथे मात्र अडखळायला झालं

पिशी अबोली's picture

6 Jul 2017 - 11:05 am | पिशी अबोली

सर्वांना धन्यवाद!