अल्झायमरग्रस्त वृद्ध भाऊसाहेब म्हणजे जणू अजाण बालक.जानकी वहिनींसाठी पति पत्नीतील संवाद कधीचाच संपुष्टात आला होता.भाऊसाहेबांशी शब्दांच्या भाषेत केलेला संवाद म्हणजे जणू भिंतीशी संवाद करणं.साहजिकच दैनंदिन बाबींसाठी जानकी वहिनींनी शब्दाबरोबर अभिनयाची कास धरलेली.
गेल्या आठवड्यात अचानक थंडीची लाट आली.मूल झालेल्या भाऊसाहेबांनी घरच्या मंडळींची नजर चुकवून कसं कोण जाणे पण फ्रीज ऊघडून पेप्सीची बाटली तोंडाला लावली.परिणामी शिंकांचा सपाटा सुरू आणि आसपासच्या मंडळींवर शेंबडाचं तुषार सिंचनही!
सारं काही समजत असलं तरीही क्षणभर का होईना जानकी वहिनी रागावल्या आणि अभिनय करीत म्हणाल्या -खिशातलं कुठे आहे?ते तोंडावर धरा.
यावर भाऊसाहेबांची गुगली-तुला रुमाल म्हणायचं आहे का ?
वहिनी क्लीन बोल्ड.
प्रतिक्रिया
9 Feb 2019 - 3:14 pm | ज्ञानोबाचे पैजार
निरागस गोष्ट आवडली
पैजारबुवा
9 Feb 2019 - 3:18 pm | पद्मावति
+१
9 Feb 2019 - 3:28 pm | प्रमोद देर्देकर
हसून हसून वाट
+१
9 Feb 2019 - 5:57 pm | चांदणे संदीप
+१
Sandy
10 Feb 2019 - 6:18 am | पुष्कर
.
10 Feb 2019 - 10:46 am | जव्हेरगंज
परिणामी शिंकांचा सपाटा सुरू आणि आसपासच्या मंडळींवर शेंबडाचं तुषार सिंचनही!
याची गरज नव्हती हो!
बाकी जबरी!
+१
10 Feb 2019 - 2:52 pm | जालिम लोशन
जमलीं
11 Feb 2019 - 12:12 am | दादा कोंडके
छान!
11 Feb 2019 - 1:53 pm | सिद्धार्थ ४
+१
12 Feb 2019 - 5:49 pm | ज्योति अळवणी
आवडली
12 Feb 2019 - 10:18 pm | टर्मीनेटर
+१
आवडली!
13 Feb 2019 - 3:14 am | अंतु बर्वा
+१
13 Feb 2019 - 9:37 am | पलाश
+१.
13 Feb 2019 - 11:56 pm | समर्पक
.
14 Feb 2019 - 7:43 am | आनन्दा
+1
14 Feb 2019 - 3:16 pm | nanaba
.
14 Feb 2019 - 7:54 pm | बोरु
+१
17 Feb 2019 - 8:21 am | भीमराव
१
17 Feb 2019 - 12:35 pm | कुमार१
+ १
18 Feb 2019 - 11:06 am | राजाभाउ
+१
19 Feb 2019 - 9:31 pm | रांचो
+१
21 Feb 2019 - 4:54 am | रुपी
+१