सकाळपासून तो गळ टाकून बसलेला. दुपार होत आली तरी एकही मासा मिळाला नव्हता. उन्हासोबत वाढणाऱ्या भुकेने तो चिडचिडलेला…
कंटाळून उठला, तर बाजूला काहीतरी चमकलं! बघितलं तर एका डब्यात सॅन्डविच होतं. "एखाद्या मासेमाऱ्याचं असेल..." पोटात आग पडलेली! इकडंतिकडं बघत त्यानं हळूच ते सॅन्डविच उचललं आणि घाईघाईत एक मोठा घास घेतला.
दुसऱ्याच क्षणी कुणीतरी त्याची जीभ खेचतंय असं त्याला वाटू लागलं... ती अदृश्य शक्ती त्याला तलावाकडे ओढू लागली... प्राणभयाने तो किंचाळला, पण घशातून आवाज फुटेना! सुटकेसाठी तो खूप धडपडला, पण अखेरीस त्या शक्तीनं त्याला तलावात ओढून घेतलंच! तलावाचं खळबळलेलं पाणी हळूहळू शांत झालं.
तलावातून आणखी एक सॅन्डविच काठावरच्या डब्यात हळूच येऊन पडलं.
प्रतिक्रिया
3 Feb 2019 - 6:40 pm | प्रचेतस
+१
3 Feb 2019 - 6:45 pm | प्रा.डॉ.दिलीप बिरुटे
+१
-दिलीप बिरुटे
3 Feb 2019 - 7:13 pm | बबन ताम्बे
मस्त !!
3 Feb 2019 - 7:19 pm | जव्हेरगंज
इसकू बोलते है कल्पकता! मान गये।
+१
3 Feb 2019 - 7:42 pm | दादा कोंडके
+१
3 Feb 2019 - 7:58 pm | किसन शिंदे
+१
3 Feb 2019 - 8:07 pm | एमी
क्या बात है! आवडली :D
+१
3 Feb 2019 - 8:30 pm | नावातकायआहे
+१
3 Feb 2019 - 11:18 pm | आनन्दा
+1
3 Feb 2019 - 11:18 pm | Chandu
+1
नारायण धारप स्टाईल
3 Feb 2019 - 11:18 pm | शब्दानुज
+1
3 Feb 2019 - 11:53 pm | अंतु बर्वा
+1
4 Feb 2019 - 12:09 am | ज्योति अळवणी
खूपच आवडली
4 Feb 2019 - 4:52 am | चांदणे संदीप
+१
Sandy
4 Feb 2019 - 7:00 am | तुषार काळभोर
कडक!
4 Feb 2019 - 8:00 am | सोंड्या
+1
4 Feb 2019 - 8:35 am | mayu4u
+1
4 Feb 2019 - 9:21 am | ज्ञानोबाचे पैजार
लै म्हणजे लैच भारी,
पैजारबुवा,
4 Feb 2019 - 10:08 am | पलाश
+१.
या कथेतली कल्पकता आवडली.
4 Feb 2019 - 10:29 am | यशोधरा
आतापर्यंत आलेल्या कथांमध्ये ही उजवी आहे.
4 Feb 2019 - 10:30 am | नाखु
"गळ"पटलेला वाचक नाखु
4 Feb 2019 - 11:00 am | विनिता००२
छान :)
+१
4 Feb 2019 - 11:10 am | राजाभाउ
+१
4 Feb 2019 - 11:41 am | डॉ सुहास म्हात्रे
+१
4 Feb 2019 - 12:09 pm | गौतमी
+१
4 Feb 2019 - 12:23 pm | चिनार
+१
जबरदस्त !
4 Feb 2019 - 12:46 pm | लोथार मथायस
+1
4 Feb 2019 - 1:27 pm | मित्रहो
+1
4 Feb 2019 - 1:28 pm | खिलजि
जब्बरा लिवलंय ... भौ.. घ्या स्वीकारा आमच्याकडनं बी येक नंबर
4 Feb 2019 - 2:13 pm | राहुल मराठे
+१
4 Feb 2019 - 2:28 pm | चिगो
आयला.. शतशब्द-भयकथा..
+१.
4 Feb 2019 - 5:07 pm | मराठी कथालेखक
+१
माशांनी माणसांवर सूड उगवायचं ठरवलं तर ते असंच काहीतरी करतील :)
4 Feb 2019 - 5:27 pm | Blackcat (not verified)
1
4 Feb 2019 - 7:39 pm | नीलमोहर
+१
4 Feb 2019 - 7:58 pm | NiluMP
+१
4 Feb 2019 - 8:38 pm | प्रसाद_१९८२
+१
5 Feb 2019 - 7:59 am | मोहन
+१
5 Feb 2019 - 9:07 am | शित्रेउमेश
+१
प्रचंड आवडली....
5 Feb 2019 - 4:00 pm | भिंगरी
+१
5 Feb 2019 - 6:52 pm | लौंगी मिरची
जब्बरदस्त
+१
5 Feb 2019 - 10:42 pm | योगी९००
+१
6 Feb 2019 - 1:30 am | सही रे सई
वेगळी कल्पना
6 Feb 2019 - 1:28 pm | टर्मीनेटर
आवडली!
6 Feb 2019 - 3:17 pm | अथांग आकाश
+1 जबरदस्त!
7 Feb 2019 - 10:20 am | संजय पाटिल
+१
7 Feb 2019 - 11:11 am | अमेयसा
+१
7 Feb 2019 - 2:00 pm | प्रशांत
भन्नाट
7 Feb 2019 - 8:32 pm | सुधीर कांदळकर
जबरदस्त. रत्नाकर मतकरींची 'जेवणावळ' आठवली.
8 Feb 2019 - 10:10 am | प्रचेतस
जेवणावळ जबरदस्त आहे अगदी.
8 Feb 2019 - 10:42 am | शाली
+१