[ शतशब्दकथा स्पर्धा ] - लोक्शाई (उत्तरार्ध) लोकमान्य (पुर्वार्ध)

मृत्युन्जय's picture
मृत्युन्जय in जनातलं, मनातलं
22 Aug 2015 - 4:16 pm

लोकमान्य

आम्च्या बाई मस्स कड्डक
मारत्यात, अंगठे बी धराया लावत्यात
अतल्याने बोरं खाल्ली आनि बिया टाकल्या बाकाखाली.
मी बी खाल्ली पन बिया घातल्या खिशात. झाड लावनार.

मंग बाई आल्त्या वर्गात इंस्पेक्टर सोबत.
कचरा बघुन भडकल्याच. पन बोलाल्या नाहित साहेबासमोर.

साहेबाने म्हया इचारले "आज २३ जुलाई म्हंजे काय माहितीये का?"
म्या म्हनलो "माहित नसायला काय झालं? आज लोकमान्यांचा वाढदिवस." टिळकांची गोष्ट बी सांगितली.
मास्तर खुष. चॉकोलेट देउन गेले निघुन.

चॉकोलेट पडले म्हनुन उचलाया गेलो तर बियाच पडल्या खाली.
बाई म्हनल्या "तुच केला कचरा उचल समदा आता."
म्या म्हनलो "आज टिळकांचा बड्डे. मी कचरा केला नाय मी उचलनार नाय."

बाईनी काहून वर्गाबाह्यर काढला?

**************लोक्शाई - उत्तरार्ध**************

बाई म्हनल्या "कचरा उचलनार नाहिस तर पालकांना बोलावुन आण." पप्पा तर गावाबाहेरच व्हते. मंग मी रोज वर्गाबाहेर.

आज पप्पा धा दिसांनी परत येनार म्हनुन म्या एक्दम खुषीत. आता वर्गाबाह्यर नाही थांबायला लागनार. घरी गेलो तर पप्पा भडकलेले. म्हनाले "२५ जनांना संसदेबाहेर नाही काढु शकत. हा तर लोक्शाईचा खून आहे. पुतळा जाळु, मोर्चे काढु, लोक्शाई जिवंत ठेवाया हवी". पप्पांना कावलेलं बघुन मी त्यांना काईच सांगितलं नाही.

दुसर्या दिवशी बाईंनी विचारलं "पालक कुठायत? आले नसतील तर हो बाहेर".

म्या म्हनलो "तुमी मला बाह्यर नाही काढु शकत." लोक्शाईचा खून, पुतळा, मोर्चा वगैरा बोल्लो. लय सटकवला बाईंनी. गाल लाल झाल्ता.

लोक्शाई फकस्त मोठ्यांसाठीच व्हय?

कथालेखविरंगुळा

प्रतिक्रिया

पगला गजोधर's picture

22 Aug 2015 - 4:29 pm | पगला गजोधर

Aavadali

लाल टोपी's picture

22 Aug 2015 - 5:07 pm | लाल टोपी

+१

बाबा योगिराज's picture

22 Aug 2015 - 5:12 pm | बाबा योगिराज

खीक

प्यारे१'s picture

22 Aug 2015 - 5:13 pm | प्यारे१

ह्या ह्या ह्या!

आनंद's picture

22 Aug 2015 - 5:14 pm | आनंद

+१

पद्मावति's picture

22 Aug 2015 - 5:14 pm | पद्मावति

मस्तं आवडली.
पुर्वार्ध आणि उत्तरार्ध दोन्हीही भाग वाचले. सही झाले आहेत.

एस's picture

22 Aug 2015 - 5:16 pm | एस

हाहाहा!

अभ्या..'s picture

22 Aug 2015 - 5:43 pm | अभ्या..

मस्त स्टुरी.
+१
(फकस्त असल्या जहाल नेत्याच्या गाबड्याला वर्गाबाहेर काढणारी अन सटकावणारी एखादीतरी शिक्षिका या लोक्शाईत असावी एवढीच ईच्छा)

(बाई नंतर वाड्यावर जात असल्या तर???? ;) )

-निळू फुले

तुमचा अभिषेक's picture

22 Aug 2015 - 6:07 pm | तुमचा अभिषेक

+१ हाहा मस्तच :)

पैसा's picture

22 Aug 2015 - 6:15 pm | पैसा

+१

हाहाहा! मस्तच!

नूतन सावंत's picture

22 Aug 2015 - 6:45 pm | नूतन सावंत

+१

प्राची अश्विनी's picture

22 Aug 2015 - 7:00 pm | प्राची अश्विनी

+ ११

इशा१२३'s picture

22 Aug 2015 - 7:55 pm | इशा१२३

+१

मांत्रिक's picture

22 Aug 2015 - 8:22 pm | मांत्रिक

+१

टुंड्रा's picture

22 Aug 2015 - 8:25 pm | टुंड्रा

+१

यशोधरा's picture

22 Aug 2015 - 8:32 pm | यशोधरा

आरं द्येवा!

अजया's picture

22 Aug 2015 - 9:41 pm | अजया

+१

अत्रुप्त आत्मा's picture

22 Aug 2015 - 11:51 pm | अत्रुप्त आत्मा

+१

स्रुजा's picture

23 Aug 2015 - 12:38 am | स्रुजा

हाहाहा +१

उगा काहितरीच's picture

23 Aug 2015 - 1:00 am | उगा काहितरीच

आवडले दोन्ही भाग ! +१

रेवती's picture

23 Aug 2015 - 1:09 am | रेवती

+१. आवडली.

dadadarekar's picture

23 Aug 2015 - 6:02 am | dadadarekar

मस्त

अनिरुद्ध.वैद्य's picture

23 Aug 2015 - 7:28 am | अनिरुद्ध.वैद्य

आवडली.

शिवोऽहम्'s picture

23 Aug 2015 - 8:15 am | शिवोऽहम्

मस्त!

माहितगार's picture

23 Aug 2015 - 8:43 am | माहितगार

+१

पुर्वार्ध अधिक सहज वाटला. उत्तरार्धात वर्तमानाचा संदर्भ घेऊन हलकेच विनोदाची झालर आणि विद्यार्थ्याची कारुण्यमय हतबलता एकदम जाणवतात आणि विरोधाभासाच्या कारणाच मुलाला न होणार आकलन सुरेख रंगवल्यामुळे शेवट मस्त जमलाय. पण विनोद साधताना उत्तरार्धात वर्तमान संदर्भाचा प्रभाव अधिक जाणवतो असं काहीस जाणवल.

पुलेशु

विवेकपटाईत's picture

23 Aug 2015 - 10:00 am | विवेकपटाईत

+१११११... सर्वात जास्त आवडलेला उतरार्ध

gogglya's picture

23 Aug 2015 - 3:39 pm | gogglya

+१११

डॉ सुहास म्हात्रे's picture

23 Aug 2015 - 4:56 pm | डॉ सुहास म्हात्रे

+१

लै ब्येस !

राघवेंद्र's picture

24 Aug 2015 - 2:55 am | राघवेंद्र

+१

अरवीन्द नरहर जोशि.'s picture

24 Aug 2015 - 4:30 am | अरवीन्द नरहर जोशि.

एकदम फक्कड .

चित्रगुप्त's picture

24 Aug 2015 - 6:08 am | चित्रगुप्त

व्वा मस्त.
उत्तरार्धात काय घडणार, याची अजिबात कल्पना पूर्वार्ध वाचून आली नाही. पूर्वार्धात टिळक आणि उत्तरार्धात हल्लीचा नेता, हे मेतकूटही झकास.

चाणक्य's picture

24 Aug 2015 - 6:48 am | चाणक्य

खूप आवडला हा पण भाग.

बोका-ए-आझम's picture

24 Aug 2015 - 8:11 am | बोका-ए-आझम

मस्तच! +१

चिगो's picture

24 Aug 2015 - 12:01 pm | चिगो

+१.. येक नंबर, शेठ.. म्हणूनच म्या मास्तरायच्या फुडं अक्कल नाय पाजतायचो.. लै मारे इच्याभिना..

समीरसूर's picture

24 Aug 2015 - 3:10 pm | समीरसूर

छान!

चिनार's picture

24 Aug 2015 - 3:24 pm | चिनार

+१

द-बाहुबली's picture

24 Aug 2015 - 3:35 pm | द-बाहुबली

पहील्यापेक्षा जास्त रोचक.

मोहन's picture

24 Aug 2015 - 3:37 pm | मोहन

+१

उत्तरार्ध एवढा आवडला नै . खरा तर पूर्वार्धात सुधा बिया त्याच्या खिशातून खाली पडल्या तेव्हा त्या त्यानंच उचलायला हव्या होत्या ना

चाणक्य's picture

26 Aug 2015 - 10:57 am | चाणक्य

सगळा कचरा तू उचल असं म्हणाल्या बाई त्याला.फक्त त्याच्या खिशातून पडलेल्या बिया नाही.

नीलमोहर's picture

24 Aug 2015 - 5:20 pm | नीलमोहर

+१

मी-सौरभ's picture

24 Aug 2015 - 6:28 pm | मी-सौरभ

लै भा हा री ही...

मधुरा देशपांडे's picture

24 Aug 2015 - 7:59 pm | मधुरा देशपांडे

+1

नाखु's picture

26 Aug 2015 - 11:16 am | नाखु

दुसर्या भागात "ताजा ताजा" संदर्भ अगदी झक्कास!

संचित's picture

26 Aug 2015 - 11:43 am | संचित

+१

नया है वह's picture

26 Aug 2015 - 12:42 pm | नया है वह

+१

विशाल कुलकर्णी's picture

26 Aug 2015 - 12:44 pm | विशाल कुलकर्णी

+१

लोहित's picture

26 Aug 2015 - 1:41 pm | लोहित

+१

लोहित's picture

26 Aug 2015 - 1:42 pm | लोहित

+१

अन्या दातार's picture

26 Aug 2015 - 2:03 pm | अन्या दातार

झकास उत्तरार्ध. लहानपणी पेप्रातले असे मोठमोठे शब्द फेकायची लैच उत्सुकता/खाज असते.

गिरकी's picture

26 Aug 2015 - 2:18 pm | गिरकी

+1

माधुरी विनायक's picture

26 Aug 2015 - 4:24 pm | माधुरी विनायक

पूर्वार्ध आणि उत्तरार्ध, दोन्ही स्वतंत्रपणे सुद्धा छान जमलेत. उत्तरार्धातील ताजे भाष्य मस्त...!

रातराणी's picture

29 Aug 2015 - 11:43 pm | रातराणी

+1

मृत्युन्जय's picture

7 Sep 2015 - 9:56 am | मृत्युन्जय

सर्व वाचक प्रतिसादकांचे अनेक आभार. तुमच्या प्रोत्साहनामुळे आणि प्रतिसादांमुळे हुरुप आला.

चौथा कोनाडा's picture

28 Mar 2020 - 5:45 pm | चौथा कोनाडा

मस्त, झ्यकास, खुसखुशीत !