चन्द्रशेखर गोखले in जे न देखे रवी... 4 Mar 2009 - 1:32 pm कोणी आज्ञा केली म्हणुन फुले उमलत नाहीत कोणी आदेश दिला म्हणुन पक्षी गात नाहीत तो असतो स्रुष्टीने सुर्याला दिलेला प्रतिसाद क्रुतज्ञतेचा.....! मला वाटते हीच खरी सुर्याची प्रार्थना बाकी सगळ्या पोकळ शाब्दिक वल्गना...!! कविताप्रकटन प्रतिक्रिया तो असतो 4 Mar 2009 - 2:19 pm | विसोबा खेचर तो असतो स्रुष्टीने सुर्याला दिलेला प्रतिसाद क्रुतज्ञतेचा.....! क्या बात है..! तात्या. कविकल्पना 4 Mar 2009 - 2:51 pm | सहज छान कल्पना आहे. बाकी सृष्टी - स+R+u कृ - k R u सुन्दर 4 Mar 2009 - 8:41 pm | क्रान्ति सुन्दर! खूप सुन्दर कल्पना आहे. क्रान्ति छान 4 Mar 2009 - 9:24 pm | रामदास सुंदर प्रार्थना आहे छान कल्पना 4 Mar 2009 - 11:07 pm | पक्या छान कल्पना सुरेख.. 5 Mar 2009 - 12:11 am | प्राजु :) - (सर्वव्यापी)प्राजु http://praaju.blogspot.com/
प्रतिक्रिया
4 Mar 2009 - 2:19 pm | विसोबा खेचर
तो असतो स्रुष्टीने सुर्याला दिलेला प्रतिसाद
क्रुतज्ञतेचा.....!
क्या बात है..!
तात्या.
4 Mar 2009 - 2:51 pm | सहज
छान कल्पना आहे.
बाकी सृष्टी - स+R+u
कृ - k R u
4 Mar 2009 - 8:41 pm | क्रान्ति
सुन्दर! खूप सुन्दर कल्पना आहे.
क्रान्ति
4 Mar 2009 - 9:24 pm | रामदास
सुंदर प्रार्थना आहे
4 Mar 2009 - 11:07 pm | पक्या
छान कल्पना
5 Mar 2009 - 12:11 am | प्राजु
:)
- (सर्वव्यापी)प्राजु
http://praaju.blogspot.com/