स्वप्नयोगी in जे न देखे रवी... 9 May 2009 - 10:02 pm गुलाबाच्या पाकळीवरचं दंव हलकेचं थरथरलं ते पाहुन माझं मन तुझ्या आठवणींनी बहरलं चारोळ्या प्रतिक्रिया सुंदर... 9 May 2009 - 10:09 pm | नि३ ---नि३. सुरेख 9 May 2009 - 10:18 pm | पर्नल नेने मराठे सुरेख ४ओळी......... चुचु खुप सुंदर.. 9 May 2009 - 10:22 pm | शितल खुप सुंदर..:) व्वा ! 9 May 2009 - 10:33 pm | चन्द्रशेखर गोखले थोडक्यात मस्त !! धन्यवाद 9 May 2009 - 10:47 pm | स्वप्नयोगी धन्यवाद मस्त रे! 9 May 2009 - 11:35 pm | सँडी मस्त रे! कोणत्याही कारणाने का होईना आपण कुणाच्यातरी आठवणींत/विचारांत रहातो. वाह!वाह! :) -संदीप. काय'द्याच बोला. मस्त काव्यपंक्ति! 10 May 2009 - 6:29 am | पिवळा डांबिस तुझ्या मनात हे होतं का?:) " title="."> सुन्दर! 10 May 2009 - 8:38 am | क्रान्ति काव्य तर मस्तच आणि काव्याइतकाच नाजूक आणि सुरेख पिडाकाकांचा प्रतिसाद! =D> क्रान्ति ***मन मृदु नवनीत | मन अभेद्य कातळ मन भरली घागर | मन रिकामी ओंजळ*** www.mauntujhe.blogspot.com स्वप्नयोग 10 May 2009 - 3:56 pm | हर्षद बर्वे स्वप्नयोगींचए काव्या आणि पिडांनी डकवलेला फोटू दोन्ही झकास.... एच.बी. मस्तच!! 12 May 2009 - 5:45 am | प्राजु :) - (सर्वव्यापी)प्राजु http://praaju.blogspot.com/
प्रतिक्रिया
9 May 2009 - 10:09 pm | नि३
---नि३.
9 May 2009 - 10:18 pm | पर्नल नेने मराठे
सुरेख ४ओळी.........
चुचु
9 May 2009 - 10:22 pm | शितल
खुप सुंदर..:)
9 May 2009 - 10:33 pm | चन्द्रशेखर गोखले
थोडक्यात मस्त !!
9 May 2009 - 10:47 pm | स्वप्नयोगी
धन्यवाद
9 May 2009 - 11:35 pm | सँडी
मस्त रे!
कोणत्याही कारणाने का होईना आपण कुणाच्यातरी आठवणींत/विचारांत रहातो. वाह!वाह! :)
-संदीप.
काय'द्याच बोला.
10 May 2009 - 6:29 am | पिवळा डांबिस
तुझ्या मनात हे होतं का?:)
" title=".">
10 May 2009 - 8:38 am | क्रान्ति
काव्य तर मस्तच आणि काव्याइतकाच नाजूक आणि सुरेख पिडाकाकांचा प्रतिसाद!
=D> क्रान्ति
***मन मृदु नवनीत | मन अभेद्य कातळ
मन भरली घागर | मन रिकामी ओंजळ***
www.mauntujhe.blogspot.com
10 May 2009 - 3:56 pm | हर्षद बर्वे
स्वप्नयोगींचए काव्या आणि पिडांनी डकवलेला फोटू दोन्ही झकास....
एच.बी.
12 May 2009 - 5:45 am | प्राजु
:)
- (सर्वव्यापी)प्राजु
http://praaju.blogspot.com/