आमची प्रेरणा गोडवा , जोगवा आणी सोडवा
----------------------------------------------------------------------
तृप्ती
.
घरी पण असेच राहू, काव काव नको करु !
कामावरच टेन्शन जरा, खाली उतरवून ठेवू !!
उद्याच्या करड्या दुनियेत, जलद झेप घेऊ !
नाती पैसा सांभाळत, जीवनाचे ध्येय गाठू !!
चल पुन्हा एकदा, जेवण बाहेर घेऊ !
व्हेज नॉन्वेज हॉटेलात, तृप्ती शोधत राहू !!
-------------------------------------------------------------------------
गुरुने दिला ज्ञानरुपी वसा, आम्ही चालवू हा पुढे वारसा !!