श्रीरंग....

Jayagandha Bhatkhande's picture
Jayagandha Bhat... in जे न देखे रवी...
2 Apr 2021 - 8:20 am

श्रीरंग....

सावळ्याचा शाम रंग..
भक्तिमाजी गोपी दंग..
प्रेमाचे उधळुनि रंग..
स्वानंदे भिजले अंग..
ममत्वाचा होई भंग..
अहंतेचा सुटे संग..
वैराग्याचा मनी तरंग..
उजळुन जाई अंतरंग..
जाणिवेत "मी" च गुंग..

"तो" चि "मी" श्रीरंग...
"तो" चि "मी" श्रीरंग...

जयगंधा...
६-३-२०१७.

कविता माझीकविता

प्रतिक्रिया

कपिलमुनी's picture

2 Apr 2021 - 11:58 pm | कपिलमुनी

अनंग
मृदंग
सप्तरंग

ॲबसेंट माइंडेड प्रोफेसर's picture

5 Apr 2021 - 10:13 pm | ॲबसेंट माइंडेड ...

प्रेमाचे उधळुनि रंग..
स्वानंदे भिजले अंग..
वाह.

Jayagandha Bhatkhande's picture

11 Apr 2021 - 6:42 pm | Jayagandha Bhat...

धन्यवाद